Karnataka News! कर्नाटक चुनाव का अंतिम परिणाम तो 13 तारीख को आएगा लेकिन जिस तरह से बीजेपी पर कांग्रेस की बढ़त प्रचार के दौरान दिख रही ही उसके संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। पहली बार कांग्रेस बेहद आक्रामक होकर प्रचार कर रही है और बीजेपी पर की तरह के सवाल उठा रही है। प्रदेश की युवा आबादी पहली बर बड़ी संख्या में कांग्रेस के साथ जुड़ती दिख रही ही। लेकिन बीजेपी को भी कमतर नहीं खा जा सकता है। जो ख़बरें कर्नाटक से मिल रही है उसमे पिछले तीन -चार दिनों में बीजेपी की स्थिति काफी सुधरी ही और प्रधान मंत्री मोदी की सभाओं में भरे भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में अभी यह भी कहा जा सकता है कि कब बजी पलट सकती है कोई नहीं जानता। बीजेपी के लिए यह चुनाव काफी महत्व का है। अगर बीजेपी कर्नाटक नहीं बचा पाती है तो दक्षिण की राजनीति उसके लिए काफी मुश्किल हो सकती है। उधर कांग्रेस को खोने के लिए कुछ भी नहीं है। उसके हाथ अगर कर्नाटक लग जाता है तो आगे की राजनीति उसके लिए सुगम हो सकती है।
लेकिन इन सबके बीच एक बड़ी बात सामने आयी है। अभी तक जितने भी सर्वे सामने आये हैं उसमे कांग्रेस की बढ़त दिखाई गई है। लेकिन हालिया सीएसडीएस और एनडीटीवी का सर्वे कई और सवालों के जवाब दे रहे हैं। अगर यह सर्वे सही हुआ तो इसके दो मायने निकलते दिख रहे हैं। पहली बात तो यह है कि इस सर्वे के मुताबिक कांग्रेस की भारी जीत तय ही और दूसरी बात यह कि कांग्रेस के भीतर सीएम बनने की होड़ जो सिद्धरमैया और शिवकुमार में चल रही है उस पर भी विराम लग सकता है। सर्वे के मुताबिक कर्नाटक के अधिकतर लोगों ने सीएम के रूप में सिद्धारमैया को सही बताया है। सर्वे में जितने भी सीएम उम्मीदवारों को लेकर लोगों से राय मांगी गई है उनमे सर्वाधिक लोकप्रिय सिद्धरमैया सामने आये हैं। चूंकि सीएसडीएस और एनडीटीवी का सर्वे काफी विश्वसनीय माना जाता है ऐसे में साफ़ हो गया है कि अगर कर्नाटक में कांग्रेस की जीत होती है तो सिद्धरमैया के सीएम बनने का रास्ता साफ़ हो गया है।
याद रहे अभी मौजूदा एनडीटीवी अडानी ग्रुप का है और अडानी का बीजेपी के साथ जय सरोकार रहे हैं ,सब जानते हैं। ऐसे में इस सर्वे को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की बातें कही जा रही है। इस सर्वे से यह भी पता चलता है कि कांग्रेस बड़े अंतर से चुनाव जीत सकती है और सिद्धरमैया सीएम हो सकते हैं।
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सर्वे में राज्य के 18 से 25 साल के युवाओं में से करीब 40 फीसदी युवाओं ने सिद्धारमैया को और करीब 28 युवाओं ने बोम्मई को अपना पसंद बताया है। लेकिन इससे ज्यादा उम्र के लोगों के बीच सिद्धारमैया और भी लोकप्रिय हुए हैं। 56 साल तक की उम्र के लोगों में 44 फीसदी ने सिद्धारमैया को पसंद किया है और सर 22 लोगों ने बोम्मई को पसंद किया। वही कांग्रेस के ही डी शिवकुमार को केवल पांच फीसदी लोगों ने सीएम के रूप में पसंद किया है।
बता दें कि सिद्धरमैया ओबीसी समुदाय से आते हैं। कर्नाटक में ओबीसी की आबादी करीब 36 फीसदी है और इस समाज का बहुसंख्यक वर्ग सिद्धरमैया के साथ खड़ा दिख रहा है। ऐसे में अब साफ़ लग रहा है कि अगर चुनाव में कांग्रेस की जीत होती है तो सिद्धरमैया सीएम बन सकते हैं। कांग्रेस के भीतर का रार भी ख़त्म हो सकता है।