Pregnancy and mental Health: क्यों पैदा होते हैं मानसिक रूप से कमजोर बच्चे आइए जानते है इसके पीछे की बड़ी वजह
डॉक्टर कहते है महिलाओं को प्रेग्नेंसी (pregnancy) के दौरान अपनी मेंटल हेल्थ का भी ध्यान रखना चाहिए. मेंटल हेल्थ खराब होने के कारण बच्चे कई तरह की बीमारियों का शिकार हो सकते हैं.
आमतौर पर देखा जाता है जन्म के बाद कुछ बच्चों का मानसिक विकास सही तरीके से नहीं हो पाता. उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनके अंदर कई तरह की मानसिक समस्याएं नजर आने लग जाती हैं. कुछ मामलों में माता-पिता को मालूम ही नहीं होता उनके बच्चे का मानसिक विकास क्यों नहीं हो पा रहा है. क्या है इसकी वजह, आइए इस लेख के जरिए हम आपको विस्तार में बताते हैं.
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एक्सपर्ट्स के मुताबिक बच्चे की मानसिक सेहत खराब होने का सीधा संबंध मां से है. अगर कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मानसिक तनाव में रहती है तो होने वाले बच्चे को मानसिक बीमारी होने की खतरा कई गुना बढ़ जाता है. इन बीमारियों में सबसे ज्यादा मामले पर्सनैलिटी डिसऑर्डर (personality disorder) और एडीएचडी डिसऑर्डर (ADHD disorder)के आते हैं.
मेडिकल जर्नल ब्रिटिश जर्नल ऑफ़ साइकाइट्री (Medical Journal British Journal of Psychiatry) की एक रिसर्च में पता चला कि प्रेग्नेंसी के दौरान जिन महिलाओं ने मानसिक तनाव लिया था उनके बच्चे जन्म के कुछ वर्ष बाद सें ही मानसिक बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं. उम्र बढ़ने के साथ ये समस्या ज्यादा देखी जाती है. गर्भावस्था (pregnancy) के दौरान मां की खराब मानसिक सेहत के कारण 20% से 30% मामलों में बच्चे दूसरे बच्चों की तुलना में मानसिक रूप से कमजोर रह जाते हैं.
क्या होती है एडीएचडी बीमारी
एडीएचडी के बारे में जानते है क्या होता है एडाएचडी? दरअसल ADHD एक मानसिक बीमारी है. इससे पीड़ित बच्चा किसी भी काम को सही तरीके से नहीं कर पाता है. उसका IQ और बच्चों की तुलना में कम रहता है और ना ही व्यवहार सामान्य बच्चों की तरह होता है. ADHD के कारण बच्चे को जल्दी-जल्दी भुलने की बीमारी लग जाती हैं. बता दें इस बीमारी के लक्षण 6 साल की उम्र के बाद ही बच्चों में नजर आने लग जाते हैं.
मानसिक सेहत खराब होने के अलावा प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को जरूरी पोषण न मिलना. माता-पिता को कोई जेनेटिक बीमारी या महिला को लगी कोई चोट भी बच्चे के मानसिक रूप से कमजोर होने का कारण बन सकती है.
परिवार की खराब आर्थिक स्थिति से भी होती है ये समस्या
स्त्री रोग विशेषज्ञ कहती है परिवार आर्थिक रूप (financial situation) से कमजोर हाने की वजह से भी बच्चे की मानसिक सेहत खराब हो सकती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आर्थिक स्थिति (financial situation) कमजोर होने के कारण परिवारों में प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को सही तरीके से पोषण नहीं मिल पाता है. वह अच्छी डाइट नहीं ले पाती हैं. इस कारण बच्चे की मेंटल ग्रोथ नहीं हो पाती. कई मामलों में ये (premature birth) प्री-मच्योर बर्थ यानि की 9 महीने से पहले जन्मा बच्चा इसका कारण बन सकता है.
जानकारी के मुताबिक बता दें इसके अलावा माता-पिता में किसी नशे की आदत, लंबे वक्त तक महिला को वायरल संक्रमण रहना और हर्पीस बीमारी भी होने वाले बच्चे की मानसिक सेहत पर असर डाल सकती है.
प्रेगनेंसी में मानसिक तनाव को कैसे करें कम?
- सबसे पहले जरूरी है घर का माहौल अच्छा रखे.
- महिला को सेहत से संबंधित कोई भी परेशानी हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
- नींद पूरी लें और साथ ही सही पोषण का ध्यान रखें.