Khalistan News Today! खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की खोज में पिछले चार दिनों से पंजाब पुलिस छापेमारी तो कर रही है लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। कहने के लिए देश की सभी सीमाएं सील कर दी गई है और सीमाओं पर सघन जांच भी जारी है। इस के लिए बीएसएफ और सीमा सुरक्षा बल को भी अलर्ट कर दिया गया है। खासकर पूर्वोत्तर की सीमाओं को भी सुरक्षा के घेरे में लिया गया है और बंगाल से लेकर नेपाल; की सीमाएं भी सील की गई है। जम्मू कश्मीर से सटे पकिस्तान सीमाओं पर भी सघन जांच जारी है लेकिन अमृतपाल के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।
इधर सूत्रों के हवाले से कई और तरह की जानकारी आ रही है। एक जानकारी यह भी है कि अमृतपाल नेपाल के रास्ते पकिस्तान निकल गया है लेकिन इस बात की पुष्टि अभी दावे के साथ नहीं की जा सकती। उधर नेपाल की सीमा के साथ ही भारत की सुरक्षा व्यवस्था को अलर्ट कर दिया गया है लेकिन अभी तक अमृतपाल के बारे में किसी ने कोई जानकारी नहीं दी है।
अमृतपाल को पकड़ने के लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसी हर तरह की कोशिश तो कर रही है इधर अमृतपाल के गिरफ्तार पांच साथियों के ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी एनएसए लगा दिया गया है। इधर एक जानकारी यह भी सामने आ रही है कि पुलिस को पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई और नशे के तस्करों से अमृतपाल के बारे में कई तरह की सूचनाएं मिली है। लेकिन पुलिस अभी तक उन सूचनाओं को सामने नहीं रख रही है।
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अमृतपाल अचानक कहा चला गया इस पर पंजाब पुलिस अभी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस को अभी भी लग रहा है कि अमृतपाल जालंधर में ही कही छुपा हुआ है। यही वजह है की जालंधर की बड़े स्तर पर नाकाबंदी की गई है और अमृतपाल के घर के पास सैकड़ो की तादात में फ़ोर्स तैनात किया गया है। जालंधर के हर घर की तलाशी भी ली जा रही है।
बता दें कि अब तक इस मामले में 114 लोगो को गिरफ्तार किया है इसके साथ ही अमृतपाल के सहयोगी और फिनांसर दलजीत सिंह कलसी के पास से 35 कदोड की नकदी भी बरामद हुई है। यह विदेशी फंड के रूप में बरामदी हुई है। उसके फोन से पकिस्तान भी बात हुई है। पुलिस उसके मोबाइल की भी जांच कर रही है। कहा जा रहा है कि अमृतपाल के सम्बन्ध पकिस्तान से रहे हैं और पकिस्तान की शाह पर ही उसने खलसा फ़ोर्स की स्थापना की थी। अभी तक इस फ़ोर्स में सैकड़ो युवाओ को भर्ती किया गया था। यह भी कहा जा रहा है कि नशा मुक्ति अभियान के जरिये वह युवाओं को अपनी सेना में भर्ती करता था और उसे खालिस्तान के लिए तैयार करता था।