जब अयोध्या के निर्माणाधीन राम मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करते ही साधु-संत भावुक हो गए
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या (Ayodhya) में साधु-संतो की भीड़ लग रही है। तीन दिनों से यह सिलसिला जारी है। रविवार को तो साधु संतों का रेला ही लग गया। ये सभी साधु-संत बाहर से पधारे थे राम लाला का दर्शन करने और गर्भ गृह निर्माण का निरीक्षण करने। सबने देखा और परखा और फिर भावुक भी हो गए। किसी ने कहा कि अब प्रभु राम को स्तरहाई घर मिलने जा रहा है। किसी ने कहा कि अब उनका वनवास ख़त्म हुआ है। इस देश के रोम-रोम में बसे प्रभु राम के भव्य मंदिर को बनते देख साधु संत खुश हुए, नारे लगाए और जल्द ही मंडी में प्रभु राम की स्थापना की कामना भी की।
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बता दें कि वैसे तो हर रोज अयोध्या (Ayodhya) में हजारों लोग प्रभु राम के दर्शन करने पहुँचते हैं और मंदिर को देखते हैं। लेकिन रविवार को करीब चार सौ साधु संत और धर्माचार्य राम मंदिर पहुंचे और मंदिर निर्माण की प्रगति का अवलोकन किया। जिस तरह से मंदिर निर्माण के काम चल रहे हैं उससे साधु संतों को काफी ख़ुशी हुई और उन्होंने यह भी कहा है कि अब बहुत जल्द ही सब बनकर तैयार होगा और प्रभु राम की महिमा से यह अयोध्या फिर से चमक उठेगा। जिन साधु संतों ने मंदिर की प्रगति को देखी है, सबके चेहरे पर संतोष का भाव था प्रफुल्लित थे, मंदिर भी भव्यता को देखते सब चकित भी हुए, साधु संतों ने कि मंदिर के स्थापत्य कला में अयोध्या की मर्यादा, संस्कृति झलक रही है। यह अद्भुत और दुनिया के चुनिंदा मंदिरों में से एक होगा। बता दें कि ये सभी साधु संत श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निमंत्रण पर अयोध्या पहुंचे थे। इनमें कई बड़े तपस्वी भी थे तो कई महान संत और साधु भी। देश के कई इलाकों से इनका आगमन हुआ था।
मंदिर से बाहर निकले मंदिर किरदार पूर्व सांसद रामविलास दास वेदांती ने कहा कि रामभक्तों की कल्पना साकार हो रही है। जगतगुरु राम दिनेशाचार्य ने का कहा कि राम मंदिर के साथ ही राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। महंत रामभूषण दास कृपालु भी काफी उत्साहित दिखें। उन्होंने कहा कि मंदिर की प्रगति और भव्यता संतोषजनक है। मंदिर आंदोलन का अहम केंद्र रहा आचारी मंदिर के महंत विवेक आचारी ने भावुक होकर कहा कि मंदिर आंदोलन के नायकों को आज सुखद अनुभूति हो रही होगी। क्योंकि उनका संघर्ष सफल होता दिख रहा है।
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रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होना लगभग तय माना जा रहा है। कई संतों ने कहा कि अब 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी। संतो ने कहा कि जैसे ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी पूरा देश राममय हो जायेगा। बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी भी जोरो पर चल रही है। हालांकि कई संतों ने इसी तारीख को राम मंदिर के उद्घाटन की बात भी करते रहे लेकिन माना जा रहा है कि मंदिर का उद्घाटन ठीक लोकसभा चुनाव से पहले या फिर फरवरी तक करने की तैयारी है। बीजेपी इसका लाभ लेने को तैयार है।
बीजेपी को लग रहा है कि राम मंदिर के उद्घाटन के बाद एक बार फिर से भारत का मिजाज बदलेगा। अभी भले ही मोदी के खिलाफ कुछ राजनीति दिखाई पड़ती हो मंदिर उद्घाटन की बात सामने होगी और मंदिर का उद्घाटन होगा और अयोध्या में लाखों लोगों की भीड़ हाेगी लोगों का मिजाज बाेलेगा और बीजेपी को इसका लाभ मिल सकता है।
बता दें कि अभी तक जो बातें कही जा रही है उसके मुताबिक राममंदिर का निर्माण 161 फ़ीट की ऊंचाई का होना है। इसे 2025 तक बनकर तैयार करने की बात है। मंदिर के भूतल का काम लगभग पूरा हो चुका है। केवल फिनिशिंग का काम चल रहा है। बोतल दिसंबर तक पूरी तरह से तैयार हो जायेगा। प्रथम तल भी लगभग पचास फीसदी पूरा हो चुका है। जिस भव्यता के साथ यह मंदिर बन रहा है, दुनिया के चुनिंदा मंदिरों में इसका स्थान होगा।