भारत(India) के पड़ोसी देश पाकिस्तान(Pakistan) की आर्थिक सही होने का नाम नही ले रही है देश में विदेशी सामान भंडार की भारी कमी आ गया है महंगाई आसमान छू रही है पाकिस्तान(Pakistan) के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है हजारों परिवार ऐसे भी है जिन्हें दो वक्त की रोटी भी जुटा पाने में समस्या आ रही है सरकार बुनियादी चीजें भी आयात नहीं कर पा रही है इस बीच पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के लोग पाकिस्तान से छुटकारा पाना चाहते हैं.
पाकिस्तानी बोले पाकिस्तान हमारा मुल्क नही है
जेएसएमएम (Jeay Sindh Muttahida Mahaz) के अध्यक्ष शफी बुरफत (Safi Burfat) ने कहा कि POK वाले कहते हैं कि वो पाकिस्तान (Pakistan) के साथ नहीं रहना चाहते हैं.और उनके साथ साथ गिलगित बाल्टिस्तान वाले भी यही बोलते हैं कि उन्हें पाकिस्तान(Pakistan) के साथ नहीं रहना है उन सब का मानना है की हम पाकिस्तानी नहीं हैं न ही पाकिस्तान हमारा मुल्क है.
Gilgit-Baltistan के लोग को पाकिस्तानी सेना(pakistan govt) के आत्मसमर्पण करने की प्रतीक्षा
अमजद अयूब पाकिस्तान सरकार(Pakistan govt) पर लगातार हमलावर नजर आ रहे है उन्होंने एक बार फिर कहा है कि समय आ गया है, अब भारत को आगे आना चाहिए. वे सभी भारतीय नागरिक हैं 6 मिलियन की आबादी वाले पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान के लोग पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं उन्हें भारतीय सेना का इंतजार है PoK के कार्यकर्ता डॉ. अमजद अयूब मिर्जा (Dr. amjad ayub mirza)पिछले कई सालों से पाक अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान से आजाद कराने की मुहिम चलाते आ रहे हैं पर ऐसा करने मे हमेशा नाकामियाब रहे.
‘सिंधुदेश’ बनाने की मांग
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पाकिस्तान(Pakistan) को पंजाब, सिंध, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान इन चार सुबो में बंटा हुआ है इन सबो में अलग-अलग संस्कृति, भाषा और नस्लें हैं मौजूदा वक्त में बलूचिस्तान और सिंध को पाकिस्तान(Pakistan) के सबसे अशांत सुबे के तौर पर जाना जाता है इन इलाकों में हिंसा और असंतोष की भावना काफी बड़ा रूप लेती जा रही है पाकिस्तान के सिंध सुबे में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के बीच अलग ‘सिंधुदेश’ बनाने की मांग भी तेज हो गई है.