National Politics: आज देर रात अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच अहम बातचीत की तैयारी की जा रही है ।माना जा रहा है कि बाइडेन कई ऐसे मसलों को भी मोदी के सामने रखेंगे जिससे अमेरिका की चिंता बढ़ी हुई है। खबर के मुताबिक अमेरिकी कांग्रेस के 70 से ज्यादा डेमोक्रेटिक सदस्यों ने राष्ट्रपति बाइडेन को पत्र लिखा था कि बाइडेन पीएम मोदी के साथ चिंता के मुद्दों पर बात करें। बाइडेन इस पर चर्चा कर सकते हैं ।
सांसदों ने पत्र में लिखा है कि,
मजबूत अमेरिका भारत संबंधों के लंबे समय से समर्थको के रूप में हम यह भी मानते है कि दोस्तों को अपने मतभेदों पर ईमानदार और स्पष्ट तरीके से चर्चा करनी चाहिए ।भारत और अमेरिका के बीच साझा हितों के कई क्षेत्रों के अलावा आप सीधे पीएम मोदी के साथ चिंता के मुद्दे भी उठाएं। पत्र में यह भी कहा गया है कि विश्वसनीय रिपोर्ट भारत में राजनीतिक स्थान के सिकुड़ने ,धार्मिक असहिष्णुता के बढ़ने ,नागरिक समाज के संगठनों और पत्रकारों को निशाना बनाने और प्रेस की स्वतंत्रता और इंटरनेट एक्सेस पर बढ़ते प्रतिबंध जैसे परेशान करने वाले संकेत दर्शाते हैं।
इन मुद्दो पर भी बात की जानी चाहिए ।
पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले अन्य सांसदों में बरनी सैदर्स ,वारेन रिचर्ड डरबीन ,नदलर ,ग्रेस मेंग ,सेठ मोल्टन और कई और चर्चित नाम हैं। सांसदों ने अपनी चिंता को रेखांकित करते हुए कई रिपोर्ट्स का हवाला दिया है। 2022 की कंट्री रूपर्ट ऑन ह्यूमन राइट्स इन इंडिया की बात कही गई है। इस रिपोर्ट में अभिव्यक्ति की आजादी में कटौती होने की बात कही गई है।साथ ही भारत में अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अल्पसंख्यकों के प्रति धार्मिक असहिष्णुता और धार्मिक रूप से प्रेरित हिंसा में चिंता जनक वृद्धि का विवरण है ।
पत्र में कहा गया है की जो भारत कभी स्वतंत्र और जीवंत प्रेस के लिए जाना जाता था
लेकिन हाल के वर्षों में प्रेस की स्वतंत्रता की इसकी रैंकिंग में काफी गिरावट आई है । आज दुनिया में सबसे ज्यादा इंटरनेट शैटडाउन भारत में होता है जो चिंता का विषय है। पत्र में कहा गया है कि पीएम मोदी के सामने अमेरिका को यह बात रखने की जरूरत है ।आज दुनिया में भारत अहम भूमिका निभा रहा है ऐसे में भारत में जो भी होता दिख रहा है उस पर बाइडेन अपनी चिंता को रखें ।