PM Modi Speech On Manipur Violence: विपक्षी दलों की शिकायत रही है कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर की हिंसा पर बोलने से कतराते रहे हैं। संसद में भी मोदी दो मिनट तक ही मणिपुर (Manipur Violence) की चर्चा कर पाए थे जबकि संसद में वे दो घंटे से ज्यादा बोलते रहे। विपक्ष आखिरकार सदन से वाकआउट हो गया। इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने मणिपुर को लेकर 36 सेकंड का अपना बयान दिया था और कहा था कि मणिपुर में जो हुआ है वह बेहद शर्मनाक है।
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लेकिन 15 अगस्त के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर (Manipur Violence) को लेकर कई बातों का जिक्र किया। उन्होंने मणिपुर की हिंसा पर गहरी संवेदना प्रकट की। प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर में जो कुछ भी हुआ है वह चिंता का विषय है। कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा, माँ और बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। यह सब मन को द्रवित कर रहे हैं। हम लगातार वहां शांति के प्रयास कर रहे हैं और जल्द ही वहां शांति की वापसी भी होगी। शांति से ही समाधान की वकालत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मणिपुर के लोगों ने जो शांति बना रखी है उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मणिपुर हमारा परिवार है और वहां के लोग हमारे अपने हैं। उनके साथ कोई भी गलत काम नहीं हो सकता। हम उनके लिए हर संभव बेहतर कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बेहतर प्रयास कर रही है और आगे भी करती रहेगी। मणिपुर के लोगों को सरकार पर विश्वास रखने की जरूरत है। हमारी सरकार सबको साथ लेकर ही आगे चलेगी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने उन लोगों के प्रति भी गहरी संवेदना प्रकट की जो प्राकृतिक आपदा के शिकार हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा ने देश को कई गंभीर संकट दिए हैं लेकिन हम मिलकर उसका सामना कर रहे हैं। हम लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर संकट से लड़ेंगे और विकास के पथ पर फिर से आए बढ़ेंगे।