गाजियाबाद: अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन समिति के सदस्य अतीक उर रहमान ने समिति के अध्यक्ष शमशाद अली खां पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध रखने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। पाकिस्तान से संबंध रखने के आरोप के बाद डिप्टी रजिस्ट्रार, फर्म्स, सोसाइटी एंव चिट्स मेरठ ने अध्यक्ष को कई बार नोटिस दिये, लेकिन किसी नोटिस का जवाब न मिलने पर 18 मई, 2002 को अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन हल्का डासना समिति का पंजीयन निरस्त कर दिया गया। अतीक उर रहमान का आरोप है कि शमशाद अली खां वर्षों से भारत की तमाम महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तान को उपलब्ध कराता रहा है।
समिति के सदस्य रहे अतीक उर रहमान का आरोप है कि अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन समिति को आईएसआई द्वारा पाकिस्तान से पैसा भेजा जाता था। अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन समिति हल्का डासना, 1971 में पंजीकृत हुई थी, जिसके अध्यक्ष शमशाद अली खां पुत्र आफताब अली निवासी डासना थे। यह समिति डासन में एक इंटर कॉलेज भी संचालित कर रही थी। अतीक उर रहमान का यह भी दावा है कि शमशाद अली के आईएसआई से संबंध रखने की शिकायत डीएम गाजियाबाद, एसएसपी गाजियाबाद, थाना मसूरी, मुख्यमंत्री आईजीआरएस पोर्टल, गृह मंत्रालय, कैबिनेट सचिव व शिक्षा विभाग में की जा चुकी है, परंतु अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
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इस संबंध में डिप्टी रजिस्ट्रार, मेरठ से भी शिकायत की गयी। इस पर डिप्टी रजिस्ट्रार ने अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन समिति हल्का डासना के अध्यक्ष शमशाद अली खां को चार बार नोटिस जारी किये थे, लेकिन समिति के अध्यक्ष शमशाद अली ने किसी भी नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया। इस पर डिप्टी रजिस्ट्रार, मेरठ ने 18 मई को अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन समिति का पंजीयन निरस्त कर दिया।