ट्रेंडिंगधर्म-कर्म

आध्यात्मिक: इन महापुरुषों का जाप करने से आपको मिल सकता है अकाल मृत्यु से छुटकारा

नई दिल्ली: अगर आपको भी घर से निकलते ही अकाल मृत्यु (आध्यात्मिक) का डर सताता है. आप भी अकाल मृत्यु से बचना चाहते हैं तो, हम आपको बताएंगें अकाल मृत्यु से बचने के कुछ उपाय के बारे में…

मौत से सबको डर लगता है, और आज आधुनिकता के दौर में अचानक होने वाली मृत्यु की संभावना भी बढ़ गई है. हमें आए दिन ये सुनने को मिलता है, कि किसी का एक्सीडेंट हो गया तो कुछ और पर अकाल (आध्यात्मिक) मृत्यु से कैसे बचे? हिन्दू धर्म के अनुसार 5 लोग सदियों से जीवित हैं,  और इन्हीं का जाप करने से आप भी अकाल मृत्यु से बच सकते हैं. ये पांच लोग हैं….

परशुराम

जिनको भगवान विष्णु का छठा अवतार (आध्यात्मिक) कहा जाता है. इनका बचपन का नाम राम था. शिवजी ने इनको फरसा दिया था. इसी वजह से राम परशुराम कहलाने लगे. ऐसा माना जाता है की ये आज भी जीवित हैं.

ये भी पढ़ें- Navratri Day 8: नवरात्रि के आठवें दिन होती है मां महागौरी की आराधना, मां देवी बरसाएंगी भक्तों पर कृपा

हनुमान  

अंजनी पुत्र हनुमान को भी अजर अमर रहने का वरदान मिला हुआ है. यह राम के काल में राम भगवान के परम भक्त रहे हैं.

ऋषि व्यास

ऋषि व्यास जिन्हें की वेद व्यास के नाम (आध्यात्मिक) से भी जाना जाता है. इन्होंने  ही चारों वेद  सभी 18 पुराणों, महाभारत और श्रीमद्भागवत् गीता की रचना की थी. ऐसा माना जाता है की वेद व्यास आज भी जीवित हैं.  

अश्वत्थामा

अश्वथामा गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र द्वापरयुग (आध्यात्मिक) में जब कौरव और पांडवों में युद्ध हुआ था, तब अश्वत्थामा ने कौरवों का साथ दिया था. धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने ही ब्रह्मास्त्र चलाने के कारण अश्वत्थामा को चिरकाल तक पृथ्वी पर भटकते रहने का श्राप दिया था.

कृपाचार्य  

कृपाचार्य अश्वथामा के मामा और कौरवों के कुलगुरु थे. महाभारत युद्ध में कृपाचार्य  ने कौरवों का साथ दिया था. ऐसा माना जाता है की ये भी आज तक जीवित हैं.

हिन्दू धर्म के अनुसार ये वो 5 लोग हैं जो सदियों से जीवित हैं. और ऐसा माना जाता है की अगर आप रात में सोने से पहले और प्रात: जगने के साथ ही इनके नाम का जाप करें तो आपको बुरे सपने नहीं आते और आपकी आकाल मृत्यु नहीं होती है.

editorial

editor

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button