क्या आप जानते हैं कि राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक कितने चंदे मिले हैं ?
Ayodhya Ram Mandir News! 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। उम्मीद की जा रही है कि इस आयोजन में देश और दुनिया भर के सनातनी इकठ्ठा होंगे। करीब सात हजार से ज्यादा लोगों को निमंत्रण भी दिया गया है। जिन लोगों को ट्रस्ट की तरफ से निमंत्रण भेजा गया है उनमे बड़े -बड़े नेता ,कॉर्पोरटे जगत के लोग ,फ़िल्मी हस्ती ,खेल की दुनिया के बड़े लोग ,सामाजिक ,आर्थिक और वैज्ञानिक समूह के लोगों के साथ ही तमाम बड़े साधू ,संत और महात्माओं को भी निमंत्रण भेजा गया है। सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के लोगों और नेताओं को भी निमंत्रण पत्र गया है हालांकि कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने मंदिर परिसर में जाने से इंकार किया है। इंकार करने वालों में कांग्रसी नेता भी शामिल हैं।
लेकिन सनातन धर्म के सबसे बड़े धर्मगुरु चारो मठों के शंकराचार्यों ने भी इस समारोह से खुद को अलग कर लिया है। इन संतों का यह कहना है कि चुकी मंदिर का काम अभी अधूरा है और फिर राम मंदिर का उद्घाटन रामनवमी को होनी चाहिए इसलिए वे इस समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं। यह बड़ी बात है। देश के चारो शंकराचार्यों की अनुपस्थिति में प्रभु राम के मदिर का उद्घाटन हो रहा है जिसको लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं।
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लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि देश के लोगों के चंदे से बन रहे इस भव्य मंदिर को लेकर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं। कई लोग यह मान रहे हैं कि सनातन धर्मो का यह मंदिर जब जनता के चंदे से बन रहा है तो कोई एक पार्टी इस मंदिर का श्रेय क्यों ले रही है। इस तरह के कई और सवाल उठ रहे हैं। कुछ लोग तो यह भी कह रहे हैं कि अभी जब मंदिर का निर्माण अधूरा है तो मंदिर के उद्घाटन की जरूरत ही क्या है ? जब मंदिर बनकर पूरा हो जाए तभी मंदिर का उद्घटान होना चाहिए। इसी तरह और भी बाते कही जा रही है। अब तो कई साधु संत भी कह रहे हैं कि बीजेपी आधे अधूरे मंदिर का उद्घटान आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कर रही है। बीजेपी को लग रहा है कि मंदिर के जरिए आगामी लोकसभा चुनाव में लाभ उठाया जाए। और ऐसा संभव भी है। कह सकते हैं कि मंदिर का मामला जहाँ पूरी तरह से धार्मिक ही वही अब यह ममला पूरी तरह से राजनीतिक हो चला है।
बता दें कि धर्मिक लोगों के दान से यह मंदिर बन रहा है। जानकारी के मुताबिक़ सबसे ज्यादा दान गुजरात से मिला है। ट्रस्ट के वेबसाइट से मिल रही जानकारी के मुताबिक़ राम मंदिर के लिए सबसे ज्यादा दान देने वाले व्यक्ति हैं मोरारी बापू। मोरारी बापू कथावाचक हैं और वे गुजरात से ही आते हैं। उन्होंने मंदिर के लिए 11 करोड तीन लाख का दान दिया है। इसके साथ ही दुनिया भर के उनके अनुयाइयों ने भी करीब आठ करोड़ रूपए का दान दिया है।
मोरारी बापू के बाद दूसरे बड़े दानकर्ता भी गुजरात के ही हैं। उनका नाम है गोविन्द भाई ढोलकिया। वे हीरा कारोबारी हैं। उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए 11 करोड़ का दान दिया है। ढोलकिया गुजरात के बड़े कारोबारी हिन्। वे हमेशा चर्चा में भी रहते हैं। अपने कर्मचारियों को भी बड़े – बड़े गिफ्ट देते रहे हैं। ढोलकिया संघ परिवार से जुड़े हुए हैं।
बता दें कि राम मंदिर का निर्माण जनता के पैसे से किये जा रहे हैं। इसके साथ ही मोदी और योगी सरकार भी पैसे लगा रही है। राम मंदिर तुस्ट के सदस्य चम्पत राय के मुताबिक अभी तक मंदिर निर्माण के लिए 5500 करोड़ का चंदा मिल चुका है। इसके साथ ही हर रोज चंदे मिल रहे हैं।