धर्म-कर्म

शनिदेव की क्रूर दृष्टि से बचकर रहने के लिए, घर के मुख्य द्वार पर लगाएं काले घोड़े की नाल

Shanidev: कर्मफल दाता कहे जाने वाले शनिदेव का कलयुग में भी सभी व्यक्तियों पर विशेष प्रभाव रहा है। जब भी शनि किसी को प्रभावित करते हैं तो मनुष्य की सोचने समझने की क्षमता खत्म हो जाती है। ऐसे में हम आज आपको घोड़े की नाल से जुड़े कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिससे शनिदेव के प्रकोप से थोड़ी राहत मिलेगी।

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आम जनमानस सबसे अधिक जिस ग्रह से डरता है तो वे हैं शनिदेव। शनिदेव के प्रकोप से सब बचना चाहते हैं, यूं तो शनि शमन के बहुत सारे उपाय शास्त्रों में वर्णित हैं, परन्तु सरल उपायों एवं व्ययशून्य उपायों में घोड़े की नाल (astro remedies fo shani) का छल्ला काफी कारगर माना गया है।

शनिदेव घुमा देते हैं बुद्धि

जानकारी के मुताबिक (astro remedies fo shani) आपको बता दें कलयुग में शनिदेव का विशेष प्रभाव देखा गया है, जब सिर पर शनि का साया सवार होता है, तो शनिदेव उस व्यक्ति की निर्णय शक्ति को खत्म कर देते है, वह ठीक फैसला नहीं ले पाता, बुद्धि भ्रम की वजह से वह गलत फैसले लेने लगता है और पतन की गहरी खाई में गिरता चला जाता है। सबसे सरल एवं व्ययशून्य उपाय है, शनि की साढ़ेसाती के दौरान सीधे हाथ की मध्यम बड़ी उंगली में काले घोड़े की नाल (astro remedies fo shani) का छल्ला धारण करना तथा नाल को घर-वाहन पर लगाना।

बन्द दुकान फिर से होगी चालू

यदि आपकी दुकान चलती-चलती बंद होने के कगार पर आ गई हो, तो दुकान के मुख्य द्वार के ऊपर बीचों-बीच अभिमंत्रित काले घोड़े की नाल (astro remedies fo shani) लगानी चाहिए। बता दे काले घोड़े की नाल का एक फायदा यह भी है कि शुभ मुहूर्त में नाल प्राप्त करके, उसे अभिमंत्रित करके घर या दुकान में लगाने से सभी तरह की नजर-दोष, जादू-टोने, नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा मिलता है।

काले घोड़े की नाल 2 तरीके से लगाई जाती है

अक्सर घोड़े की नाल लगाने के तरीकों को लेकर विद्वानों में मतभेद पाया जाता है, कोई कहता है कि नाल के दोनों सिरे ऊपर की तरफ लगाना चाहिए तो कोई नीचे की तरफ लगाने (astro remedies fo shani) की सलाह देता है। शोध परिणाम के आंकड़े बताते हैं कि नाल लगाने के दोनों ही तरीके सही हैं। काले घोड़े की नाल के दोनों सिरों को अगर नीचे की तरफ करके लगाया जाए तो इससे बुरी आत्माओं, नकारात्मक ऊर्जा तथा नजर-दोष से घर एवं कार्यालय की रक्षा होती है।

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यदि काले घोड़े की नाल (astro remedies fo shani) के दोनों सिरे ऊपर की ओर करके लगाए जाएं तो यह सौभाग्यवर्धक एवं सुरक्षा कवच का कार्य करते हैं। लोहे की नाल काले घोड़े के पांव से फिसल कर गिरी हुई सड़क पर मिले तो उत्तम है। खरीद कर लाएं तो किसी जानकार द्वारा अभिमंत्रित कराकर शुभ मुहूर्त में लगाएं। शनिदेव की साढ़ेसाती के दौरान काले घोड़े की नाल का बना हुआ लोहे का छल्ला सीधे हाथ की मध्यमा उंगली में पहनना उपयुक्त रहता है। किन्तु इस छल्ले को बनाने के लिए नाल को गर्म नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से नाल के गुणों में कमी आ जाती है तथा उसका आंशिक लाभ ही मिल पाता है। काले घोड़े की नाल को लगाने के लिए शनिवार का दिन विशेष फलदायी होता है।

शनिवार को शनि का नक्षत्र पुष्य, अनुराधा और उत्तराभाद्रपद पड़े, अथवा जब चन्द्रमा का संचार मकर और कुम्भ राशि में हो तो उस दिन लगाने से यह और भी कारगर साबित हो जाती है। नाल को लगाने के बाद विभिन्न पर्वों पर उस पर सिंदूर चढ़ाना चाहिए। ग्रहण काल में, शनि जयन्ती पर, दिपावली तथा होली पर या फिर शनिवार के दिन शनि का नक्षत्र पड़ने पर नाल पर सिंदूर चढ़ाने से तांत्रिक प्रहारों से रक्षा होती है तथा लगी हुई किसी की भी बुरी नजर (astro remedies fo shani) समाप्त हो जाती है। एक नाल का उपयोग केवल एक बार ही करना चाहिए। अर्थात् अगर किसी नाल को एक जगह पर ठोक दिया गया हो, तो उसे दूसरी जगह पर इस्तेमाल करने के लिए नहीं उखाड़ना चाहिए, इसलिए अगर आप मकान या दुकान का परिवर्तन कर रहे हों, तो उसमें लगी हुई नाल को उखाड़कर नहीं ले जाना चाहिए। बल्कि नई जगह के लिए नई नाल लेकर अभिमंत्रित करवाकर, उसका इस्तेमाल (astro remedies fo shani) किया जाना चाहिए।

Prachi Chaudhary

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