Political News: पांच राज्यों के चुनाव में तीन राज्यों में बीजेपी की भारी जीत हुई। वहां मुख्यमंत्रियों का भी चयन हो गया। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्रियों ने पदभार भी संभाल लिया और राजस्थान के नए मनोनीत मुख्यमंत्री शुक्रवार को शपथ लेंगे और सरकार को संभाल लेंगे। उधर बीजेपी अब आगामी लोकसभा चुनाव के गुना भाग में जुट गई है। उसे लोकसभा चुनाव जो जितना है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि वसुंधरा ,शिवराज सिंह और रमन सिंह का क्या होगा ? वे करेंगे ? क्या उन्हों कोई जगह दी जाएगी ?
अब सवाल है कि इन तीनो बड़े बीजेपी क्षत्रपों का क्या होगा ? मौजूदा बीजेपी में इनकी पूछ कितनी रहती है ? अभी तक जितने पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता रहे हैं ,रिटायर के बाद उनकी पूछ बीजेपी में कम ही होती रही है। वैसे भी वसुंधरा राजे और रमन सिंह 70 की उम्र पर चुके हैं। वे अगर कुछ चाहेंगे तो भी उन्हें अब पार्टी की सेवा में नहीं लिया जा सकता है। संभव है उन्हें कुछ समय के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल भी किया जाए लेकिन इसके लिए भी इन दोनों नेताओं को संसद में पहुंचना होगा। पार्टी इन्हे चुनावी मैदान में उतारती है तो ठीक है बरना इन्हे राज्य सभा के जरिये भी चुना जा सकता है। लेकिन यह सब मोदी और शाह के ऊपर निर्भर है। उनकी चाहत होगी तो ये डॉन बड़े नेता फिर से केंद्र में मंत्री बन सकते हैं। हालांकि इसकी सम्भावना भी कम ही है।
शिवराज सिंह अभी 65 के हुए हैं। उनकी राजनीति अभी बची हुई है। वे आगे की राजनीति कर सकते हैं। हो सकता है कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल भी किया जाए। यह भी हो सकता है कि शिवराज सिंह को नड्डा के बाद पार्टी का अध्यक्ष भी बनाया जाए। शिवराज सिंह ओबीसी समुदाय से आते हैं और प्रदेश में उनकी अभी भी पहुँच है और वोट बैंक भी है। लेकिन क्या बीजेपी ऐसा करेगी ? यह बड़ा सवाल है।
ऐसे में जनकर यह भी कह रहे हैं कि अब इन तीनो क्षत्रपों की राजनीति अब बंद हो जाएगी। बहुत कुछ होगा तो इन राज्यपाल बनाया जा सकता है। आगामी लोकसभा चुनाव के बाद इसकी शुरुआत भी हो सकती है।
बीजेपी के ये तीनो नेता अपने -अपने राज्यों के बड़े नेता है और इनके पास वोट बैंक भी है। लेकिन अब बीजेपी युवाओं के सहारे अब नए वोट बैंक की तैयारी कर रही है। जिस तरह से मध्यप्रदेश में नए लोगों को कमान दी गई है और मुख्यमंत्री के साथ दो उप मुख्यमंत्री बनाये गए है उससे यह पता चलता है कि बीजेपी भविष्य में इन्ही तीनो नेताओं के सहारे आगे की राजनीति करेगी। इसी तरह से छत्तीसगढ़ में आदिवासी और ओबीसी के सहारे आगे बढ़नी की तैयारी बीजेपी कर रही है। रही बात वसुंधरा की तो उनकी राजनीति आगे की कुछ होगा यह साफ़ नहीं है। गर बीजेपी उन्हें राज्यपाल बनाती है तो वह क्या करेगी यह भी देखना होगा। बीजेपी को राजस्थान में भी कई नेता मिल गए हैं। वसुंधर के बाद दिया कुमारी भी राज घराने से आती है और बीजेपी आगे की राजनीति दियाकुमारी और भजन लाल के जरिये ही आगे बढ़ाएगी।