UP Political Breaking News Update Live: चरित्रहीन राजनीति में कोई किसी का नहीं होता। यहाँ सब खिलाडी ही होते हैं। सबके अपने दाव होते हैं। दाव जब ख़त्म होता है तो कोई भी नेता किसी भी दल के सामने साष्टांग हो जाता है और जब दाव चल निकलता तो उसकी हैकरी देखे ही बनती है। राजनीति सबकी होती है और किसी की भी नहीं। यहाँ सबका स्वागत होता है और सबका दुत्कार भी। यहाँ अपने भी पराये होते हैं और पराये कब अपने हो जाए यह किसी को पता ही नहीं चलता।
चुनावी माहौळ में कब कहाँ और किसके साथ खड़े हो जाए यह कौन जाने ! कल तक जो साथ खड़ा था वही पालक झपके आपके खिलाफ खड़ा। आपके सुख दुःख में शामिल था अचानक आपका दुश्मन बन जायेगा ।
यूपी में सपा के साथ अपना दल कमेराबादी का गठबंधन था। सबकुछ ठीक चल रहा था। राहुल गाँधी की यात्रा जब यूपी से गुजर रही राहुल के साथ पल्लवी पटेल भी। तब लग रहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन बहुत करेगा। सबकी एकता बनी रही तो परिणाम कुछ अलग ही आएंगे। लेकिन समय के साथ अब बहुत कुछ बदलता दिख रहा। है
अब यूपी में भी इंडिया गठबंधन के भीतर फुट पड़ गई है । अपना दल की नेता पल्लवी पटेल ने जो बयान दिया है उसके राजनीतिक मायने बड़े हो सकते है। पल्लवी पटेल ने कहा है कि इंडिया गठबंधन ने उसके साथ वही किया जो नीतीश कुमार के साथ किया है। ,अगर एनडीए से कोई ऑफर आता उसपर विचार किया जा सकता है। हमने गठबंधन के सभी साथियों से बात करके तीन सीटों पर लड़ने का फैसला किया था। लेकिन अखिलेश गठबंधन ख़त्म होने की बात कही है। उसका स्वागत है। अब कांग्रेस को तय करना है कि अपना दल इंडिया गठबंधन में है या नहीं ?
बता दें कि अपना दल दो गुटों में बंटी हुई है। अपना दल सोनेलाल एनडीए के साथ है और इस पार्टी की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल है। जबकि अपना दल कमेराबादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल है। कृष्णा पटेल के साथ साथ छोटी बेटी पल्लवी पटेल है।
बता दें कि सपा नेता अखिलेश यादव ने गुरूवार को अपना दल कमेराबादी से गठबंधन ख़त्म करने की बात कही है। इससे पहले इस पार्टी ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। अखिलेश यादव ने इस ऐलान विरोध किया और कहा कि दल के साथ विधान सभा चुनाव के लिए गठजोड़ हुआ था न कि लोकसभा चुनाव के लिए। अखिलेश के इस ऐलान के साथ ही गठबंधन टूट गया। लेकिन चुकी पल्लवी पटेल राहुल के साथ यात्रा करती रही है इसलिए अभी भी इस बात की सम्भावना कि कांग्रेस अपना दल को साथ रख सकती। है
दरअसल कृष्णा पटेल ने सपा से बिना पूछे ही मीरजापुर से अपना उम्मीदवार खड़ा किया था। सपा इससे काफी नाराज हो गई थी। इसके बाद सपा ने भी मिर्जपुर से उम्मीदवार खड़ा कर दिया।