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Arvind Kejriwal Arrest News UPdate’s Today: जिसको केजरीवाल ने पार्टी से निकला वही केजरीवाल के समर्थन में आये अखिलेश

After all, Delhi CM Arvind Kejriwal is in the clutches of ED. What happens next with him remains to be seen.

Arvind Kejriwal Arrest News UPdate’s Today: आखिर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ईडी के चंगुल में फंस चुके हैं। उनके साथ आगे क्या होता है यह सब देखने   की बात होगी। उनकी गिरफ्तारी को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर  हमला  किया है  गिरफ्तारी को गलत भी बताया है। लेकिन अब जबकि केजरीवाल को दिल्ली शराब घोटाले में गिरफ्तारी की गई है तब उनके दो पुराने सहयोगी प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने उनकी गिरफ्तारी को गलत बताया है। इन दोनों बड़े नेताओं को केजरीवाल ने आज से करीब नौ साल  पहले जलील करते हुए पार्टी से अलग कर दिया था। निष्काषित कर दिया था। लेकिन आज प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव केजरीवाल के  सबसे ज्यादा पैरोकार के  उभरे है। योगेंद्र यादव ने एक्स पर लिखा है -राजनीतिक सहमति -असहमति अपनी जगह है ,लेकिन लोकतांत्रिक मर्यादा सर्वोपरि है। केजरीवाल की गिरफ्तारी इस मर्यादा का चीरहरण है। इस हिसाब से तो चुनावी बांड में पूरी केंद्रीय कैबिनेट को जेल में होना चाहिए। लोकतंत्र में आस्था रखने वाले हर भारतीयों  को  में खड़ा होना चाहिए। उधर सुप्रीम कोर्ट के जामे माने वकील प्रशांत भूषण ने  कहा है कि  ‘यह विडंबनापूर्ण है कि ईडी, जो अपने भाजपा आकाओं के लिए चुनावी बांड के माध्यम से कॉरपोरेट्स से धन की उगाही में शामिल रही है, उसके अधिकारियों की जांच की जानी चाहिए। उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए। इस जांच एजेंसी के अधिकारियों ने रात में केजरीवाल को उनके खिलाफ कोई दस्तावेजी सबूत के बिना ही गिरफ्तार कर लिया है। सरकार का यह चौंकाने वाला और निंदनीय कदम है।’  बता दें कि 2015 में आम आदमी पार्टी की अनुशासन समिति ने योगेंद्र यादव ,प्रशांत भूषण ,आनंद कुमार और अजीत जगह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया था। फिर इस तरह की खबरे भी  आई थी कि राष्ट्रीय परिषद् की बैठक में प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के साथ मारपीट भी की गई थी। हालांकि आप ने इस खबर को इंकार कर दिया था। भूषण पर यह आरोप लगाया गया था कि दिल्ली चुनाव मरे उन्होंने आप को हराने  काम किया। था   दरअसल प्रशांत भूषण ने आप पर कई मुखौटा कंपनियों  से चंदा लेने का आरोप लगाया था। भूषण के मुताबिक आप ने दो करोड़ का चंदा मुख्याता कंपनियों से लिया था। फिर इस मामले को उन्होंने लोकपाल के पास  भेजने की बात कही थी। लेकिन आप ने भूषण को पार्टी से ही हटा दिया था। 
   आज केजरीवाल संकट में हैं। वे जेल भेजे गए हैं। उनकी रिहाई कब तक होगी कोई नहीं जानता। आप के कई नेता पहले से ही जेल में हैं। संजय सिंह और मनीष  सिसोदिया जेल में हैं। सामने लोकसभा चुनाव हैं। ऐसे में सच तो यही है कि आप की मुश्किलें बढ़ी हुई है।

Akhilesh Akhil

Political Editor

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