ट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबरबिहारराज्य-शहर

Bihar Politics: आखिर बिहार वाले सुशील मोदी ने क्यों कहा कि नीतीश कुमार की कोलकाता ,लखनऊ और दिल्ली यात्रा राजनीतिक पर्यटन से ज्यादा कुछ भी नहीं !

Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री लगातार विपक्षी एकता के लिए कई नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। पिछले दिनों नीतीश कुमार ने दिल्ली की यात्रा की और कई नेताओं से मुलाकात कर पटना लौटे। पटना में उनका भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद सोमवार को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) कोलकाता पहुंचे और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से मिले। ममता ने भी नीतीश का जोरदार स्वागत किया और ऐलान किया कि हम एकजुट होकर बीजेपी को धूल चटाएंगे। उसे जीरो कर देंगे। बता दें कि पहले कहा जा रहा था कि ममता अकेले चुनाव लड़ेगी। वह इसका ऐलान भी कर चुकी थी। लेकिन उनका मन भी बदल गया है। लगे हाथ कोलकाता से नीतीश लखनऊ पहुंचे। अखिलेश यादव से उनकी मुलाकात हुई। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी विपक्षी एकजुटता का समर्थन किया। यह समर्थन बीजेपी (BJP) के लिए किसी खतरे से काम नहीं है। बीजेपी को लग रहा था कि विपक्ष कभी एक जुट नहीं हो सकता। लेकिन जिस तरह की एकता दिख रही है उससे बीजेपी की परेशानी बढ़ेगी ,इसका अनुमान तो लगाया ही जा सकता है।

उधर अब बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे सुशील मोदी (Sushil Modi) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के प्रयास पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा है कि केवल चर्चा में बने रहने के लिए नीतीश राजनीतिक पर्यटन यात्रा कर रहे हैं। सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा कि महाराष्ट्र में शरद पवार कह रहे हैं कि महाराष्ट्र में महा अघाड़ी के भविष्य के बारे में कुछ नहीं कह जा सकता। फिर एकता किस तरह की होगी ? नीतीश केवल फोटो खिंचवाने की राजनीति कर रहे हैं।

Read Also: Meerut News: मेरठ में बीजेपी मेयर का टिकट न मिलने से गुस्साए जाटों ने की इमरजेंसी मीटिंग

सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा है कि बंगाल में बीजेपी शून्य पर थी और अब 64 विधायक है बीजेपी के। 16 सांसद हैं बीजेपी के। ऐसे में क्या नीतीश कुमार कांग्रेस (Congress), टीएमसी (TMC) और वाम दलों को एक मंच पर ला पाएंगे ? सुशील मोदी यही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि बिहार में टीएमसी नहीं है और बंगाल में राजद और जदयू नहीं है। ऐसे में नीतीश कुमार एक दूसरे की क्या मदद कर सकते हैं ? वे सिर्फ चाय पी सकते हैं और बयां ही दे सकते हैं। उन्होंने आगे कहा है कि यूपी में अखिलेश और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मिलकर चुनाव लड़ चुके हैं। इसके साथ ही अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और मायावती (Mayawati) भी मिलकर चुनाव परिणाम को देख चुके हैं। पीएम मोदी के सामने कोई टिक नहीं सकता। आगे भी ऐसा ही होगा।

Akhilesh Akhil

Political Editor

Show More

Akhilesh Akhil

Political Editor

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button