District Hospital: ठंडी अंधेरी रात में वृद्धा को वार्ड में बंद कर भूले अस्पताल कर्मी, डीएम ने लिया संज्ञान
बदायूं । अपनी बदहाली के लिए मशहूर रहा जिला अस्पताल एक बार फिर चर्चा में है। यहां तैनात कर्मचारियों ने ठंडी अंधेरी रात में एक वृद्धा मरीज को वार्ड में बंद कर दिया। अस्पताल कर्मियों की इस लापरवाही का पता चलने पर डीएम ने स्वयं संज्ञान लिया है। जिलाधिकारी का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया है कि सत्या देवी पत्नी लक्ष्मण दास को बीमारी के चलते जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन अस्पताल कर्मी उन्हें एक वार्ड में बंद करके चले गये। सत्या देवी पत्नी लक्ष्मण दास नगला मंदिर के पास की रहने वाली हैं। सत्या देवी पिछले पांच साल से लोची नगला में एक अध्यापक के घर में किराये पर रहती हैं।
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सत्या देवी को बेहोशी की हालत में पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन अस्पताल के स्टाफ ने इस मरीज को गैर मुनाफे का माना। इस कारण महिला मरीज का नाम न लिखकर सिर्फ अज्ञात में भर्ती किया। इसके बाद उन्हें अंधेरे वार्ड में डालकर बाहर से बंद भी कर दिया।
रात को किसी समय महिला को होश आया। ठंड व शरीर में पीड़ा असहनीय हुई तो वृद्धा ने करुण आवाज में मद्द की गुहार लगाई। वृद्धा की बंद दरवाजों से बाहर चीख पुकार आने लगी, लेकिन अस्पताल स्टाफ नज़र अंदाज़ करते रहे। इस पर दुसरे वार्ड के रहमदिल मरीजों के तामीरदारों ने जिलाधिकारी को पूरे मामले से अवगत कराया।
जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया। आनन फानन में सीएमओ डाक्टर प्रदीप वार्ष्णेय ने मौर्चा संभाला। उन्होंने महिला को भोजन के साथ साथ कंबल भी उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। दोषी मिलने वाले कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।