ट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबर

Gautam Adani: एक फेरीवाला कैसे बना एशिया का सबसे अमीर बिजनेसमैन ? विवादों से भी रहा गहरा रिश्ता

इसी को लेकर आलोचको को कहना है कि गौतम अडानी (Gautam Adani) की तरक्की का संबंध उनके खास दोस्त और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देन है। लोगो का कहना है कि उनके वजह से ही गौतम अडानी पहले गुजरात के जाने-माने और ताकतवार इंसान बनें और फिर दुनिया पर छा गए।

नई दिल्ली: गौतम अदाणी (Gautam Adani) को आज के समय में कौन नही जानता है। भारत से लेकर विदेशो तक इस व्यक्ति का कारोबार फैला हुआ है। मगर देश के प्रधानमंत्री ने जैसे अपने शुरुआती समय में चाय बेचा था, उसी तरह ही गौतम अदाणी भी अपने शुरुआती वक्त में फेरी वाले के तरह साइकिल पर घर-घर जाकर कपड़े बेचते थें।

अब नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और गौतम अदाणी दुनिया के पंच सबसे अमीर लोगों में शुमार हैं। इसी को लेकर आलोचको को कहना है कि गौतम अदाणी (Gautam Adani) की तरक्की का संबंध उनके खास दोस्त और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देन है। लोगो का कहना है कि उनके वजह से ही गौतम अदाणी पहले गुजरात के जाने-माने और ताकतवार इंसान बनें और फिर दुनिया पर छा गए।

गौतम अदाणी को लेकर कहा जाता है कि वो आज जिस मुकाम पर हैं उसपर आने के लिए उन्होने सरकार की मदद ली है और कानून की कमज़ोरियां उठाते हुए ज़मीनों को सस्ते दामों पर हासिल किया है। उनके इस मुकाम पर आने उनकी काफी ज़्यादी आलोचना की जाती है। मुबंई के वरिष्ठ पत्रकार और रिसर्चर आरएन भास्कर ने गौतम अदाणी की जीवनी लिखी है जिसमें उन्होने बताया कि वो बहुत ही साधारण और सीमित संसाधनो वाले परिवार से आते हैं।

गौतम अदाणी ने आलोचको की हर बात को हमेशा नकारा ही है, लेकिन ये सवाल तो अभी भी है कि आखिरकार वो और उनकी कंपनियां बिना किसी सपोर्ट के इतने ऊपर कैसे पहुंच गई है। उनके शेयर से लेकर कपंनिया हमेशा आसमान की ऊचाइया छूती रहती हैं इसका सबसे बड़ी कारण क्या है?

यह भी पढ़ें: Iran Morality Police: महीनो के प्रदर्शन के बाद ईरान में महिलाओं को मिली जीत, मॉरैलिटी पुलिसिंग खत्म करने का हुआ ऐलान

युवास्था में करते थें ये काम

बता दें जब गौतम अदाणी 15-16 साल के थें तो वो साइकिल और स्कूटर से घर-घर जाकर कपड़े बेचा करते थें। उनके उस समय के दोस्त गिरिशभाई ने उस समय को याद करते हुए कहा था कि गौतम अदाणी उस समय किसी फेरी वाले की तरह घर-घर जाकर कपड़ा बेचा करते थें। वो हमेशा से बहुत ही ज़्यादा मेहनती थें। उन्होने अपनी शुरुआत ज़मीनी रुप से की है इसका उदाहरण आज भी अहमदाबाद में देखने को मिलता है। अहमदाबाद में उनके पिता के द्वारा खोले गए दुकान ‘अदाणी टेक्सटाइल्स’ के बोर्ड पर आज भले ही ज़ंग लगी हो लेकिन वो दुकान आज भी वहीं है।

स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि भले आज ये दुकान कोई ना चलाता हो लेकिन अदाणी परिवार ने आज भी यो दुकान अपने पास ही रखी है। अदाणी के पिता की ये दुकान अहमदाबाद के एक भीड़भाड़ वाले जगह पर जहां पर कपड़ो की बहुत सी दुकानें हैं। इसके अलावा वहां अडानी नाम से भी कईं दुकानें है लेकिन उन दुकानो का अदाणी परिवार से कोई भी ताल्लुक नही है।

बता दें गौतम अदाणी अपने सारे कारोबार को अहमदाबाद में स्थित मुख्यालय से ही चलाते हैं। शेयर बाज़ार में अदाणी की सात कपंनियां लिस्टेड हैं जिनकी आज की वैल्यू 235 अरब डॉलर है। ये वैल्यू कई देशो की जीडीपी के बराबर है।

NEWS WATCH INDIA
Ashok Kumar

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button