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LokSabha Election 2024 Update: कल के मतदान में छह बड़े चेहरों की किश्मत दाव पर

LokSabha Election 2024 Update: हलाकि कल शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 102 सीटों पर मतदान होने हैं लेकिन बीजेपी और कांग्रेस समेत करीब आधा दर्जन बड़े नेताओं की किश्मत भी दाव पर चढ़ी हुई है। इस चुनाव में जनता किसके पक्ष में जाती है यह अभी तक कोई नहीं जानता। बीजेपी का दावा चार सौर से ज्यादा सीटें जीतने की है जबकि विपक्ष पार्टियां इस बार बीजेपी को मात देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कल के मतदान में जिन आधा दर्जन नेताओं की किश्मत दाव पर चढ़ी हुई है उनमे शामिल है नितिन गडकरी ,जीतन प्रसाद ,अन्नामलाई ,जीतन मांझी ,नकुलनाथ और गौरव गोगई।

दक्षिण भारत में तमिलनाडु की कोयंबटूर सीट से चुनाव लड़ रहे बीजेपी नेता अन्नामलाई की प्रतिष्ठा इस बार दाव पर लगी हुई है। अन्नामलाई हालांकि प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष भी हैं लेकिन इस बार वे खुद भी चुनाव लड़ रहे हैं और कई सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार को खड़ा भी किया है। अन्नामलाई का सामना डीएमके नेता गणपति पी राजकुमार से हो रहा है। इसके साथ ही इसी सीट पर अन्नाद्रमुक के नेता भी सिंगाई रामचंद्रन भी खड़े हैं। त्रिकोणीय मुकाबला है और कोई नहीं जानता की परिणाम किसके पक्ष में जाएगा। हलाकि बीजेपी को अन्नामलाई से काफी उम्मीद है और जानकार कह रहे हैं कि पहली बार बीजेपी को तमिलनाडु में जगह मिलती दिख रही है। अगर बीजेपी कोई भी सीट पाने में समर्थ होती है तो उसमे अन्नामलाई की भूमिका को ही मन जा सकता है।

उधर नागपुर सीट से गडकरी की प्रतिष्ठा बी ही दाव पर लगी हुई है। गडकरी मोदी सरकार के बड़े नेताओं में शरीक है लेकिन इस बार जी तरह से एनडीए और इंडिया के बीच युद्ध वाली इस्थिति बानी हुई है ऐसे माहौल में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। यह बात तय है कि नागपुर में नितिन गडकरी की हालत आज भी पहले जैसी ही है और उनके साथ बीजेपी और संघ के नेताओं का साथ है। उन्हें जनता भी खूब पसंद करती है लेकिन चुनाव में जब सामने वाला भी मजबूत हो तो जीत को लेकर कोई ऐलान तो नहीं ही किया जा सकता।

गडकरी का मुकाबला इस बार नागपुर सीट से विकास ठाकरे से हो रहा है। तहकारे की पहुँच भी जनता के बीच है और जनता उन्हें काफी पसंद भी करती है ,गडकरी न नागपुर की जनता के लिए अलग से घोषणा पात्र भी जारी किया है और उसका नाम वचन पत्र रखा है। उन्होंने कहा, ”हमारी योजना नागपुर में जैविक फल, सब्जियां और खाद्यान्न बाजार खोलने की है।” “मैं अपनी जीत को लेकर 101 प्रतिशत आश्वस्त हूं। इस बार मैं बहुत अच्छे अंतर से चुनाव जीतूंगा। जनता के समर्थन, उनके उत्साह, पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत को देखते हुए, मैं जीतने की पूरी कोशिश करूंगा।”

बिहार के गया सीट से जीतन राम माझी की प्रतिष्ठा भी दाव पर फांसी हुई है। कल ही गया में भी चुनाव होने हैं। मांझी एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार हैं और गया में उनकी काफी पहुँच भी मानी जाती है। माझी का मुकाबला राजद के सर्वजीत कुमार से हो रहा है। सर्वजीत कुमार युवा तो हैं ही इलाके के जनप्रिय नेताओं में उनका नाम आता है। हालांकि माझी पके पकाये नेता है लेकिन कौन किस पर भारी पड़ जाए यह कौन जानता है ?अगर माझी चुनाव जीतने में सफल होते हैं तो एनडीए की लेकिये यह बड़ी बात होगी और ऐसा नहीं हुआ तो माझी की राजनीति पर सवाल उठ सकते हैं।

दूसरी तरह पीलीभीत सीट पर भी कल ही चुनाव होने जा रहे हैं। बीजेपी ने इस बात पीलीभीत से जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा है। जितिन प्रसाद हालांकि यहाँ से नए उम्मीदवार माने जाते हैं लेकिन मोदी की लहर अगर चलती है तो प्रसाद की नैया भी पार हो सकती है। बता दें कि यह सीट वरुण गाँधी की थी। इस इलाके की जनता वरुण गाँधी को ही अपना नेता मानते रहे हैं लेकिन बीजेपी ने इस बार वरुण को टिकट नहीं दिया। ऐसे में बीजेपी इस सीट पर जीत पाती है या नहीं यह देखने वाली बात होगी।

कल मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा सीट पर भी चुनाव होने जा रहा है। इस स्रेत से कांग्रेस के उम्मीदवार नकुलनाथ खड़े हैं। वे कमलनाथ के पुत्र हैं। अगर नकुल नाथ यह चुनाव जीत जाते हैं तो कमलनाथ की मान प्रतिष्ठा भी बच सकती है। लेकिन इस बार बीजेपी ने यहाँ से नकुल के खिलाफ जो उम्मीदवार खड़ा किया है उससे कमलनाथ की परेशानी भी बढ़ी हुई है। यहाँ से बीजेपी उम्मीदवार बनती साहू मैदान में हैं। हालांकि कमलनाथ के सामने बनती साहू कुछ भी नहीं है लेकिन जनता का मिजाज बदल तो बनती साहू कमलनाथ को हरा भी सकते हैं और ऐसा हुआ तो छिंदवाड़ा भी इस बार कांग्रेस से छीन जा सकता है। इसलिए नकुलनाथ की प्रतिष्ठा भी यहांह लगी हुई है।

उधर असम के जोरहाट स्रेत पर गौरव गोगई की प्रतिष्ठा भी दाव पर लगी हुई है। कल वहां भी चुनाव होने हैं। गिउराव गोगई कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार हैं और इस बार उनकी जीत होती है तो राहुल को मजबूती मिलेगी और ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस को असम में बाद झटक लग सकता है। बता दे कि बीजेपी का गढ़ रहा है। यहाँ से बीजेपी के मौजूदा सांसद तोपें कुमार मैदान में हैं और इस सात पर कड़ी टक्कर की सम्भावन बताई जा रही है।

Akhilesh Akhil

Political Editor

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