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Madhvi Lata VS Owasi In Hyderabad: माधवी लता की ललकार, सिसायत आर-पार, ‘भगवाधारी Vs टोपीधारी’, हैदराबाद में मारा-मारी!

Madhvi Lata VS Owasi In Hyderabad: ये हिंदू शेरनी का खौफ है। ये भड़काऊ भाईजान का डर है, और ये बौखलाहट है कट्टरपंथियों की। जो रहते हिंदुस्तान में हैं,और बढ़ावा देते हैं कट्टरवाद को, हैदराबाद। यही वो इलाका है, जहां पर ओवैसी का खानदार लगातार जीतता रहा है। हिंदुओं पर अत्याचार करता रहा है, और हिंदुस्तानियों को ललकारने का काम करता रहा है।

लेकिन अब इनके गढ़ को हिंदू शेरनी माधवी लता भेदने की तैयारी में हैं। हैदराबाद से बीजेपी उम्मीदार माधवी लता AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को लगातार ललकार रही हैं। और ओवैसी भी खुल कर माधवी लता के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।

इस बीच माधवी लता के खिलाफ कांग्रेस की शिकायत पर FIR दर्ज हुई है, माधवी लता और जी किशन रेड्डी समेत बीजेपी के कई नेताओं के खिलाफ ये FIR दर्ज हुई है। आरोप ये है कि चुनावी मंच से दो बच्चे नज़र आए थे। दोनों के हाथ में बीजेपी का बैनर था। दोनों ही बच्चे बीजेपी के लिए नारे लगा रहे थे। अब बच्चों का चुनावी रैली में उपयोग करने के लिए आदर्श आचार संहिता (MCC) का कथित उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है। इस पूरे मामले पर माधवी लता ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने कहा कि कॉंग्रेस एक कठपुतली को रखी कठपुतली बाहर नहीं फिर सकता, खुद के कोई प्यार करने वाले नहीं है खुद के कोई लोग नहीं है, तो घर मे ac में बैठकर ये वीडियो कालो वो वीडियो निकालो एडिटिंग करो, इसके ऊपर केस डालो उसके ऊपर केस डालो इससे ज्यादा क्या कर सकते, लोगों के बीच में जाएंगे उनकी तकलीफ सुनेंगे हल निकालेंगे इनका कोई एसा इरादा नहीं है।

माधवी लता ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि राहुल गांधी क्या कर रहे थे जब बच्चों को बाजू dcm में बिठाकर जा रहे थे आज सुबह, ये लोग प्राचार में बच्चों को लेकर जा रहे है। दरअसल हैदराबाद पुलिस ने ये केस तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष निरजन रेड्डी की शिकायत पर दर्ज किया गया है।

निरंजन रेड्डी ने दावा किया कि 1 मई को लालदावाजा से सुधा टॉकीज तक भाजपा की रैली में माधवी लता समेत बीजेपी नेताओं ने हिस्सा लिया था। उन्होंने अपनी शिकायत के साथ मंच और उस पर मौजूद बच्चों की फोटो को बतौर सबूत पुलिस को सौंपा है।आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने हैदराबाद पुलिस को जांच का आदेश दिया था। इस मामले की जांच मुगलपुरा पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस FIR के बाद ओवैसी नए सिरे से माधवी लता पर हमला बोल सकते हैं, हालांकि दोनों के बीच जुबानी जंग लगातार हो रही है।

पिछले 15- 18 सालों से यहां COMMUNAL RIOTS नहीं हुआ है। अगर कुछ हो जाता तो नुकसान तो तेलंगाना का होता। हरकत वो करें और इल्जाम हम पर डाल दें। उनकी पार्टी के लोग खुद परेशान हैं।दरअसल आपको बता दें कि माधवी लता की हुंकार से ओवैसी और कांग्रेस की नींद उडी हुई है। अब ये बैचेनी उनकी खुलकर सामने आने लगी है।

क्या है चुनाव आयोग की गाइडलाइन ?

दरअसल, चुनाव आयोग (ECI) ने लोकसभा चुनाव की घोषणा करते हुए आदर्श आचार संहिता उल्लंघन को लेकर राजनीतिक दलों को सचेत किया था। स्पष्ट रूप से कहा था कि राजनीतिक दलों को चुनाव अभियानों में बच्चों का उपयोग करने से परहेज करना चाहिए। चुनाव आयोग ने कहा था कि यदि बच्चों का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में किया गया तो जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।चुनाव आयोग ने चुनाव संबंधी किसी भी गतिविधि में बच्चों के उपयोग के संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं। देखना ये है कि इस पर आगे क्या कार्रवाई होती है।

Pramod Sharma

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