ट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबरराजनीतिराज्य-शहर

मणिपुर फिर से हिंसा की चपेट में ,मोरेह में हालत नाजुक

Manipur News: मणिपुर में छह महीने बाद भी हालत में कोई सुधार नहीं है। लगातार हिंसा की वजह से प्रदेश में लोगों का जीना दूभर है। कुकी और मेइती समुदाय के बीच खाई इतनी बढ़ गई है कि कोई भी एक दूसरे को देख्नते ह भड़क रहे हैं। इसी बीच मणिपुर म्यांमार सीमा पर मोरेह में एक पुलिस अधिकारी की हत्या के बाद हिंसा फिर से भड़क गई। लोग अपने घरों में बंद हैं और भागने को तैयार भी है। इसी बीच सरकार ने हिंसा ग्रस्त मोरेह इलाके में फिर से 200 असम राइफल्स के जवानो को तैनात किया है जिसका भारी विरोध हो रहा है। खबर के मुताबिक तैनात जवान आतंकवाद विरोधी अभियान चलकर उग्रवादियों को मार रहे हैं। जानकारी मिल रही है किइस इलाके में म्यांमार के बहुत से उग्रवादी भी खड़े हो गए हैं।

Also Read News: Latest Hindi News Lifestyle | Lifestyle Samachar Today in Hindi

आज कुकी समुदाय के दस विधायकों ने निर्दोष लोगों की हत्या को लेकर विरोध जताया है और सरकार को कहा है कि असम राइफल्स के जवान निर्दोष लोगों की हत्या कर रहे हैं इसे तुरंत रोका जाना चाहिए। दस आदिवासी विधायकों ने प्रेस रिलीज जारी कहा है कि हम ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर मोरेह और टेंगरोपाल जिले के अन्य स्थानों में हमारे लोगों के खिलाफ स्टेट फ़ोर्स द्वारा जारी ज्यादतियों और अत्याचारों को उजागर करना चाहेंगे। एक नवंबर को सिनम टेंगनोपाल जिले के कुकी गांव पर पुलिस कमांडो ने हमला किया और घरों और वाहनों को नष्ट कर दिया है।

Also Read: Latest Hindi News Politic’s | Politic’s Samachar Today in Hindi

विधायकों ने यह भी कहा है कि मोरेह में चल रहे ऑपरेशन में मणिपुर पुलिस ने आगजनी ,अंधाधुंध फायरिंग ,नागरिक सम्पत्तियों ,वाहनों और गहने समेत कई घरेलु सामने की लूट की है। इस दौरान महिलाओं और बच्चों ने जंगल में भागकर अपनी जान बचाई है।

Also Read: Latest Hindi News Entertainment | Entertainment samachar Today in Hindi

बता दें कि इंफाल से लगभग 110 किमी दूर सीमा से सटे मोरेह में आतंकियों ने मंगलवार को दो अलग -अलग हमलों को अंजाम दिया है। इसमें एक सब डिविजनल पुलिस अफसर चिगथाम आनंद कुमार की मौत हो गई। इसके अलावा तीन पुलिस कर्मी भी गोली लगने से घायल हो गए हैं। इस घटना के बाद एक बार से घाटी में हिंसा भड़क गई है। मैतेई और कुकी के बीच फिर से हिंसा बढ़ती जा रही। है

Akhilesh Akhil

Political Editor

Show More

Akhilesh Akhil

Political Editor

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button