Maharashtra Nagpur Flood: महाराष्ट्र के नागपुर में शुक्रवार रात को कुदरत ने जमकर कहर बरपाया। बारिश ऐसी हुई कि अंबाझरी झील का पानी बांध के ऊपर से बहने लगा। जिसका असर ये हुआ कि पानी शहर में घुस गया और सब कुछ पानी में डूब गया। सैलाब ने सड़कों का नामोनिशान मिटा दिया और शनिवार को पूरा शहर एक टापू बन गया।
सड़क, घर, दुकान, रेहड़ी सब पानी में डूब गए। कार, बस, सब पानी से लबालब भर गए। बता दें कि नागपुर का बस स्टैंड भी बाढ़ में डूब गया। लोगों को जान बचाने के लिए घर की छतों पर जाना पड़ा। हालत ये हो गई कि कई मकानों के भीतर कई फीट पानी भर गया, जिसके कारण न सिर्फ भारी बर्बादी हुई.. बल्कि रेस्क्यू ऑपरेशन में भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
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एक्शन में आई सेना
हालत बिगड़ते देख SDRF, NDRF के साथ-साथ सेना की टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन में उतरना पड़ा और नावों के सहारे फंसे हुए 400 से ज्यादा लोगों को बचाया गया। बता दें कि नागपुर शहर की बारिश का जिम्मेदार मॉनसून की उस बारिश को माना जा रहा है, जो कि शुक्रवार रात से शुरू हुई थी ।
बारिश का असर फौरन नाग नदी में दिखा और उसमें बाढ़ आ गई। नदी के उफान से अंबाझरी बांध का कुछ हिस्सा टूट गया, जिसके बाद बाढ़ का पानी शहर की ओर कूच गया और हालत ये हो गई कि सड़कों पर पानी ऐसे बहने लगा जैसे मानो कोई नदी हो।
हालत बिगड़े तो महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खुद बाढ़ राहत की कमान संभालते हुए न सिर्फ रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की, बल्कि प्रभावितों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया। बाढ़ के हालात पर नागपुर नगर निगम की बैठक में फैसला लिया गया कि बाढ़ पीड़ितों को 10 हज़ार की आपातकालीन सहायता दी जाएगी। जिन लोगों की दुकानों को नुकसान पहुंचा है। उन्हें 50 हज़ार रुपये तक की सहायता मिलेगी। वहीं पटरीवालों को भी 10 हज़ार तक की मदद का ऐलान किया गया है। बाढ़ की वजह से सड़क पर जमा गंदगी को हटाने के लिए भी सरकार लोगों को पैसे देगी।
बिजली कटौती से लोग परेशान
नागपुर शहर में अभी भी पूरी जगहों पर बिजली बहाल नहीं की गई है। 14 ट्रांसफॉर्मर को अभी भी चालू नहीं किया गया है। और ये ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि इंतजार पानी उतरने का किया जा रहा है। नमी की वजह से कोई अनहोनी न हो जाए इसलिए बिजली बंद की गई है। डिप्टी सीएम फडणवीस को उम्मीद है कि रविवार को सभी जगह बिजली बहाल हो जाएगी।
महाराष्ट्र में न सिर्फ नागपुर बल्कि कई दूसरे जिले भी भारी बारिश से बेहाल हैं। पुणे के कोथरुड इलाके में बादल इतने ज्यादा बरसे कि सड़कें तालाब बन गई। जिसकी वजह से ट्रैफिक में गाड़ियां रेंगती नज़र आई।
अहमदाबाद में भी हाल बेहाल
अहमदनगर जिले में लोगों को 2 महीने से बारिश का इंतजार था। पिछले 2 दिनों से यहां इतनी बारिश हुई कि शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया। जिले की नदियां, नाले और नहर बारिश के पानी से लबालब हो गए। सूख रहे खेतों में भी भारी मात्रा में पानी जमा हो गया है।
कहीं राहत, कहीं आफत
नासिक के मनमाड में तो किसान और ज्यादा बारिश की उम्मीद कर रहे हैं। ताकि रबी की फसलों को मदद मिले। यानी महाराष्ट्र में बारिश आफत के साथ-साथ किसानों के लिए राहत भी बन कर आया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि नागपुर, भंडारा, गोंदिया जिलों में आज कई जगहों पर तेज हवाओं के साथ तेज बारिश हो सकती है।