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एनसीआरबी द्वारा सीसीटीएनएस में उत्तर प्रदेश को दूसरी रैंक प्राप्त करने पर खुशी जाहिर- दुर्गा शंकर मिश्र

लखनऊ। लखनऊ में क्राइम एण्ड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एण्ड सिस्टम्स (सीसीटीएनएस) की एपेक्स कमेटी की बैठक आयोजित की गई।जिसकी अध्यक्षता मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र (Chief Secretary Durga Shankar Mishra) ने की, मुख्य सचिव ने कहा कि सीसीटीएनएस में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) को दूसरी रैंक प्राप्त करने पर खुशी जाहिर करते हुये कहा कि, एनसीआरबी (NCRB) के पैरामीटर्स में प्राप्त अंकों की समीक्षा की जाये। परफार्मेन्स (Performance) में और ज्यादा सुधार लाकर पहली रैंक प्राप्त करने के प्रयास सुनिश्चित किये जायें.

उत्तर प्रदेश को 96.65 प्रतिशत अंक मिले

बैठक में बताया गया कि एनसीआरबी द्वारा सीसीटीएनएस में उत्तर प्रदेश को दूसरी रैंक दी गई है। एनसीआरबी के प्रगति डैशबोर्ड के मुताबिक उत्तर प्रदेश को 96.65 प्रतिशत अंक मिले हैं। प्रदेश के शत-प्रतिशत पुलिस स्टेशन (Police Station) डाटा सेण्टर से कनेक्टेड हैं। सभी एफआईआर, केस डायरी, चार्ज शीट, एफआर सीसीटीएनएस एप्लीकेशन 9 Applications) के माध्यम से दर्ज की जा रही हैं।(दुर्गा शंकर मिश्र)

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तकनीकी सेवाएं द्वारा फुट पेट्रोलिंग पोर्टल डेवलप किया

इसके अलावा तकनीकी सेवाएं द्वारा फुट पेट्रोलिंग पोर्टल डेवलप किया है, जिसमें रोजाना, साप्ताहिक व मासिक रूप से फुट पैट्रोलिंग की समीक्षा की जाती है। 01 अगस्त, 2022 से 24 नवम्बर, 2022 तक कुल 2,84,591 घण्टे तथा कुल दूरी 22,95,659 कि0मी0 की पैदल गश्त की गई है, जो औसत प्रति थाना 1 घण्टे 36 मिनट है तथा औसत दूरी 8 कि.मी. है।(दुर्गा शंकर मिश्र)

यह भी बताया गया कि विवेचना में धारा कम करने या अभियुक्तों के नाम में परिवर्तन होने पर पर्यवेक्षणीय अधिकारियों को तत्काल नोटिफिकेशन/एसएमएस भेजने की सुविधा की शुरुआत की गई है, इससे विवेचना की गुणवत्ता में सुधार हुआ है व शिकायतों में कमी आयी है। अभी तक कुल 18,500 एसएमएस भेजे जा चुके हैं। सीसीटीएनएस साफ्टवेयर (CCTNS Software) में शिकायतकर्ता/पीड़ित व गवाहों के मोबाइल नं0 फीड करना अनिवार्य किया गया है।

एप के वर्तमान समय में 25 लाख से अधिक यूजर

यूपी कॉप मोबाइल एप के वर्तमान समय में 25 लाख से अधिक यूजर हैं। इस एप के माध्यम से 27 सुविधायें नागरिकों को मिल रही हैं। एप पर अब तक करीब 20 लाख ऑन लाइन एफआईआर (Online Fir) एवं लॉस्ट आर्टिकल रिपोर्ट दर्ज किये जा चुके हैं एवं चरित्र सत्यापन, किरायेदारी सत्यापन, घरेलू सहायता सत्यापन, कर्मचारी सत्यापन के लगभग 30 लाख आवेदनों के सत्यापन कराये गये हैं।(दुर्गा शंकर मिश्र)

यह भी बताया गया कि आधुनिक तकनीक का अधिक से अधिक प्रयोग कर थानों की मॉनीटरिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न प्रकार के अपराधों के डाटा का प्रयोग करते हुये थानों की रैंकिंग देखने की सुविधा सीसीटीएनएस कैस ऑनलाइन रिपोर्ट्स में उपलब्ध डैशबोर्ड टैब के अन्तर्गत उपलब्ध करायी गयी है।

बैठक में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं गृह संजय प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें मोहित अग्रवाल सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

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Neetu Pandey

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