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पटना में 18 नहीं 24 दलों का होगा जुटान ,450 सीटों पर साझा उम्मीदवार की रणनीति

Political News: पटना से एक बड़ी खबर आ रही है। 12 जून को पटना में होने जा रही विपक्षी दलों की बैठक के बारे में सुचना मिल रही है कि अब इस बैठक में 24 दल हिस्सा ले सकते हैं। पहले कहा जा रहा था कि 18 दलों के नेता इस बैठक में हिस्सा लेंगे लेकिन जदयू सूत्रों से जो जानकार मिल रही है उसके मुताबिक नीतीश कुमार की अन्य 6 दलों से भी बातचीत हुई है। कुमार जल्द ही इन दलों के नेताओं से मिलने जा रहे हैं। अगर 12 जून को ये सभी दाल एक साथ बैठकर बीजेपी के खिलाफ कोई रोड मैप तैयार करते हैं तो माना जा रहा है कि बीजेपी चाहे जो भी खेल कर ले उसकी मुश्किलें बढ़ने वाली है।


बीजेपी के नेता भी अब मान रहे हैं कि संसद उद्घाटन विवाद और अडानी मसले के साथ ही पहलवानो के साथ की गई सरकार राजनीति बीजेपी को कमजोर कर रह है। बीजेपी के एक नेता साफ़ तौर पर कह रहे हैं कि कम से कम देश की बेटियों के साथ तो सरकार को खड़ा होना चाहिए। लड़कियों की यही गलती है कि बीजेपी के एक नेता के खिलाफ उसने आवाज उठाई है।लड़कियों ने तो कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ आरोप लगाईं है है लेकन बदले में दिल्ली पुलिस ने जो कुछ भी उन पहलवान लड़कियों के साथ किया है और उनको केस में फंसाया है इसे देश का कोई बह आदमी सही नहीं मानेगा। और इसका असर बीजेपी पर पड़ना तय है। ऐसे में बिहार में विपक्ष के नेता कहते जा रहे हैं कि लोहा अभी गर्म है और इस पर हथोड़ा मारने का वक्त आ गया है। विपक्षी एकता को इसी रूप में देखा जा रहा है।


जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार जल्द ही दक्षिण भारत की यात्रा पर जा रहे हैं। इसके साथ ही कुमार हरियाणा दौरा करेंगे। कहा जा रहा है कि कुमार की एक यात्रा पूर्वोत्तर के राज्यों में भी हो सकती ै। पूर्वोत्तर के कई दलों ने कुमार से बात की है और आने का निमंत्रण भी दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि पटना की बैठक में कमसे कम 24 पार्टियां शिरकत करेंगी। उधर कांग्रेस भी इस अभियान को सफल बनाने के लिए भी कई और दलों के साथ बात कर रही है। खबर के मुताबिक दक्षिण में तीन दलों को छोड़कर बाकी दाल बैठक में पहुँच सकते हैं। कमल हसन के भी पटना में आने की सम्भावना बताई जा रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने हाल में ही कहा है कि विपक्ष पार्टी एक होकर 450 सीटों पर काम कर रही है। ये वे सीटें होंगी जहां सिर्फ विपक्ष से एक उम्मीदवार ही खड़ा होंगे। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में कुछ समस्याएं आ रही है लेकिन उसे निपटा लिया जाएगा। हम इसी दिशा में काम काम कर रहे हैं।

बीजेपी अभी तक इसी का लाभ उठती रही है। जानकार भी कह रहे हैं कि मात्र 35 फीसदी वोट पाकर बीजेपी लगातार दो बार से सत्ता पर काबिज है जबकि बाकी वोट कई दलों में बिखडने की वजह से विपक्ष कमजोर होता गया है। जानकार यह भी मान रहे हैं कि अगर विपक्ष वोटों का बंटवारा रोक ले तो बीजेपी का खेल ही ख़त्म हो जायेगा। और लगता है इस बार यही सब होगा। खबर के मुताबिक कांग्रेस के पाले में ढाई सौ सीट जा सकती है जहां कांग्रेस और बीजेपी का सीधा मुकाबला है। इस वपिपक्षी कांग्रेस को बहुत कुछ खोना तो पडेगा लेकिन बीजेपी को हटाने के लिए कांग्रेस ऐसा कर सकती है। खबर के मुताबिक राहुल गाँधी भी इस एकता पर पूरी तरह से सहमत हैं।

Akhilesh Akhil

Political Editor

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