राजनीति

रायबरेली से प्रियंका गांधी भरेंगी हुंकार, ‘24’ में होगा बेड़ा पार?

Political News: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) वाड्रा ने दो दिन पहले रामलीला मैदान से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ हुंकार भरी थी।अपनी मां सोनिया गांधी का संदेश पड़ते हुए उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि इस बार वो भी NDA के खिलाफ पूरी तैयारी के साथ मंच पर खड़ीं थी। इस बीच रायबरेली से कौन होगा सोनिया गांधी का उत्तराधिकारी या कहें … कौन होगा रायबरेली से कांग्रेस का चेहरा जो कांग्रेस का हाथ मज़बूत करेगा … उसको लेकर सूत्रों के मुताबिक बड़ा फैसला होता दिख रहा है.. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस रायबरेली के चुनाव मैदान से प्रियंका गांधी वाड्रा को उम्मीदवार बना सकती हैं।
कांग्रेस पार्टी की उच्च स्तरीय बैठक के बाद अब 15 अप्रैल को प्रियंका गांधी के नाम पर मुहर लग सकती है। माना जा रहा है कि रामलीला मैदान में भी जिस तरह से प्रियंका गांधी ने अपनी मां और रायबरेली की मौजूदा सांसद का संदेश दमदार अंदाज़ में पढ़ा था। उन्होंने कहा था कि मैं मोदी जी को याद दिलाना चाहती हूँ की सत्ता सदैव नहीं रही। सत्ता आती है जाती है अहंकार चूर चूर होता है।


वैसे प्रधानमंत्री आज भी कांग्रेस के परिवारवाद पर तीखा हमला बोलते नज़र आए। पीएम ने कहा कि कांग्रेस के शाही परिवार के शहजादे ने ऐलान किया है, अगर देश ने तीसरी बार मोदी सरकार को चुना तो आग लग जाएगी। 60 साल तक देश पर राज करने वाले 10 साल सत्ता से बाहर क्या रह गए, अब देश में आग लगाने की बात कर रहे हैं…ऐसे लोगों को चुन-चुन कर साफ कर दो, ऐसे लोगों को मैदान में मत रहने दो भाइयों।
वैसे कांग्रेस रायबरेली सीट पर प्रियंका गांधी के नाम की चर्चा के बाद जोश में है तो बीजेपी का दावा है कि इस बार रायबरेली गांधी परिवार के हाथ से निकलेगा। प्रियंका गांधी वाड्रा अब 5 अप्रैल को कांग्रेस के घोषणा पत्र को जारी होने के दिन जयपुर में भी आलाकमान के साथ नज़र आएंगी।
वैसे ऐसा 72 साल में पहली बार हुआ है जब कांग्रेस अपने ही गढ़ यानी रायबरेली में अब तक अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं कर पाई है… अमेठी में कांग्रेस का दुर्ग ढहाने के बाद इस बार भाजपा ने रायबरेली में मजबूत व्यूह रचना की है। हालांकि प्रदेश में इकलौती बची रायबरेली संसदीय सीट को यूं ही कांग्रेस गंवाने वाली नहीं है। इसलिए अब प्रियंका गांधी का चुनाव मैदान में उतरना तय माना जा रहा है।


वैसे कांग्रेस में नेहरूगांधी की पांचवी पीढ़ी का दबदबा है, ये दबदबा ऐसा रहा है कि कांग्रेस के 140 साल के इतिहास में पार्टी में 51 साल अध्यक्ष पद पर गांधी-नेहरू परिवार के सदस्य रहे हैं। जिसमें सोनिया गांधी सबसे ज्यादा 22 साल तक पार्टी अध्यक्ष रहीं हैं। आपको बता दें कि अब तक कांग्रेस पार्टी में नेहरू-गांधी परिवार से 6 लोग कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी संभाल चुके हैं। इनमें 1919 और 1928 में मोतीलाल नेहरू,1929, 1936, 1946 और 1951 में जवाहर लाला नेहरू कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनें।इसके बाद इंदिरा गांधी 1959 और 1978 में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं फिर राजीव गांधी 1985 में अध्यक्ष बने… बाद में सोनिया गांधी 1998 और 2019 में और राहुल गांधी 2017 से 2019 तक कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे।
अब देखना ये है कि प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव मैदान में उतरतीं हैं तो कांग्रेस का हाथ भविष्य में कितना मजबूत हो पाता है

Shubham Pandey। Uttar Pradesh Bureau

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