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Rajasthan Politics News Gjendra Singh Shekhawat: कौन हैं गजेंद्र सिंह शेखावत, जिन्होंने सेना की नौकरी छोड़ अपनाई राजनीति

Rajasthan Politics News Gajendra Singh Shekhawat | BJP Politics

Rajasthan Politics News Gajendra Singh Shekhawat: एक ऐसा नेता, जिसकी पहचान तेजतर्रार नेता के रूप में है, एक ऐसा नेता जिस पर हाईकमान पूरा भरोसा करता है। एक ऐसा नेता जब वो बोलता है तो लगता है कि ये शानदार शैली का नेता है। जी हां राजस्थान में गजेंद्र सिंह शेखावत (Rajasthan Politics News Gajendra Singh Shekhawat) की पहचान बीजेपी (BJP) के तेजी से उभरते हुए नेता के तौर पर होती है। केंद्रीय मंत्री के रूप में अपनी  जिम्मेदारियों को बखूबी निभाने वाले गजेंद्र (Gajendra Singh Shekhawat) सिंह शेखावत छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं। विस्थापितों के लिए सालों तक संघर्ष करने वाले गजेंद्र सिंह की सबसे बड़ी ताकत है उनकी गंभीरता और अनुशासन जिसके दम पर उन्होंने अपना खास मकाम हासिल किया है।

गजेन्द्र सिंह शेखावत (Rajasthan Politics News Gajendra Singh Shekhawat) ने अपनी स्थानीय समुदाय के लिए काफी काम किया है और वो गरीबी, प्रशासनिक सुधार और स्वच्छता के मुद्दों पर काम करने के लिए विख्यात हैं। उन्होंने वृद्धावस्था के लोगों की देखभाल, महिलाओं की सशक्तिकरण और शिक्षा को महत्वपूर्ण मानते हुए उनके लिए कई योजनाएं चलाई हैं.. इसके साथ ही शेखावत नए भारत के विकास और सुशासन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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वहीं, उधर सेना के जवान से राजनीति में कदम रखने वाले बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी अपने हाजिरजवाब से बेहद मश्हूर हैं.. भारतीय जनता पार्टी के नेता और जयपुर ग्रामीण से (Rajasthan Politics News Gajendra Singh Shekhawat) सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ विधानसभा 2024 में राजस्थान की झोटवाड़ा विधानसभा सीट से 50 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के अपने करीब प्रतिद्वंदी अभिषेक चौधरी को मात दी। राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को विधानसभा चुनाव में 1 लाख 47 हजार 913 वोट मिले। वहीं, अभिषेक चौधरी को 97,हजार 746 वोट हासिल हुए।

बता दें कि राज्यवर्धन ने राजनीति में साल 2013 में कदम रखा था। उन्होंने अपनी क शिक्षा जैसलमेर से पूरी की थी। राठौड़ उसके बाद आगे की पढाई के लिए पुणे चले गए। राज्यवर्धन सिंह ने नेशनल डिफेन्स एकेडमी से बी.ए किया। बी.ए के बाद देहरादून के भारतीय फौज अकादमी में भर्ती हुए। राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का शुरुआती जीवन राजनीति से दूर खेल की दुनिया में गुजरा है।2003 में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक से राठौड़ को सम्मानित किया गया है। 2011 में एशियाई क्ले टारगेट चैंपियनशिप में उन्होंने अपने आखिरी स्वर्ण पदक को हासिल किया। जबकि 2013 में कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सेना से स्वैच्छिक रिटायरमेंट ले लिया और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने रिटायरमेंट के बाद बीजेपी ज्वॉइन किया।बीजेपी ने (Rajasthan Politics News Gajendra Singh Shekhawat) उन्हें जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से टिकट दिया और जीत हासिल करने के बाद मोदी सरकार में उन्हें सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री बनाया गया। राठौड़ को बाद में युवा मामलों और खेल मंत्रालय के राज्यमंत्री का स्वत्रंत प्रभार दिया गया है। साल 2019 में भी राठौड़ ने जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से दोबारा जीत दर्ज की।

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राज्यवर्धन सिंह को साल 2003 में निशाने बाजी के लिए अर्जुन अवॉर्ड भी मिल चुका है। साल 2005 में उन्हें पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा राठौड़ को अति विशिष्ठ सेवा मेडल और 2004 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार भी मिल चुका है। इनके अलावा मरुधरा की राजनीति में कई और दिग्गज भी मौजूद हैं.. जो दिल्ली की सियासत में सीधे-सीधे असर डालते हैं।

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