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Paytm Share Price: Paytm निवेशकों के लिए बुरी खबर, 10 वें दिन में भारी गिरावट डूब गए 26,000 करोड़ अब यें काम करें इन्वेस्टर्स

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Paytm Share Price: देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन पेमेंट कंपनी Paytm की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में आज फिर गिरावट आई है। पिछले 10 दिन में इसमें 55 % गिरावट आई है और इस दौरान निवेशकों को 26,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।

देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन पेमेंट कंपनी Paytm की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के शेयरों में फिर से भारी गिरावट देखने को मिली है। सिर्फ 10 दिनों में निवेशकों को करीब 26,000 करोड़ रुपये का चूना लग गया है। Paytm शेयरों में यह गिरावट इसलिए आई है क्योंकि किराना स्टोर्स ने Paytm को अपने पेमेंट के तौर पर इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेमेंट बैंक पर अपने रुख में बदलाव करने से इनकार कर दिया है। इसका असर वन 97 कम्युनिकेशंस के शेयरों पर भी पड़ा है।

बुधवार को यह शेयर करीब 9 फीसदी तक लुढ़क गया और BSE पर यह 344.90 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया। RBI के बैन का ऐलान हुए 10 कारोबारी दिन हो चुके हैं और इस दौरान इस शेयर ने अपनी करीब 55 फीसदी वैल्यू गंवा दी है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से यह करीब 26,000 करोड़ रुपये के बराबर है। 11.45 बजे कंपनी का शेयर -7.19% गिरावट के साथ 353.00 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।

इस बीच ग्लोबल ब्रोकिंग फर्म Macquarie ने इस नए जमाने के शेयर को अंडरपरफॉर्म करार दिया है। इसने इसके लिए 275 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। Macquarie ने एक साल पहले Paytm के शेयर को डबल अपग्रेड किया था और 800 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया था। लेकिन 2022 आते-आते इसने अपना रुख बदल लिया और इसे अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी। साथ ही, इसके लिए 450 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया।

अब Macquarie ने एक बार फिर से अपना नजरिया बदला है। उसका कहना है कि Paytm इस वक्त अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। हालिया रेगुलेटरी उपायों से ग्राहकों के पलायन का खतरा गहरा गया है। इसका कंपनी के मॉनिटाइजेशन और बिजनेस मॉडल पर बुरा असर पड़ सकता है।

क्या करें निवेशक

Macquarie के विश्लेषक सुरेश गणपति ने कहा कि पेमेंट बैंक के ग्राहकों को दूसरे बैंक खाते या अन्य संबंधित मर्चेंट खाते में स्थानांतरित करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। इसके लिए RBI की 29 फरवरी की डेडलाइन के अंदर KYC फिर से करना होगा। Paytm पेमेंट बैंक पर लगे बैन के बाद RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि केंद्रीय बैंक के समीक्षा की गुंजाइश बहुत कम है। मार्केट एक्सपर्ट्स की राय है कि रिटेल निवेशकों को तब तक Paytm में निवेश करने से बचना चाहिए जब तक रेगुलेटरी चुनौतियां खत्म नहीं हो जातीं।

वेंचुरा सिक्योरिटीज के विनोद बोलिनकर का कहना है कि Paytm लगातार RBI के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता रहा है। इसकी वजह से उसे भारी जुर्माना भरना पड़ा है और उसके बिजनेस मॉडल में भी व्यवधान आया है। Macquarie का कहना है कि Paytm के लेंडिंग पार्टनर अपने रिश्ते पर फिर से विचार कर रहे हैं। अगर पार्टनर Paytm के साथ जुड़ाव कम करते हैं या खत्म कर देते हैं तो इससे कंपनी के लेंडिंग बिजनेस के रेवेन्यू में गिरावट आ सकती है।

Prachi Chaudhary

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