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मंत्री के बेटे की नहीं पहुंची बारात, दुल्हन करती रही इंतजार, शादी के अरमां आंसुओं में बह गये..

मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने अपने बेटे दिलीप की बारात न ले जाने का कारण भी बताया। उन्होने कहा कि बेटे दिलीप को डेंगू हो गया है। उसकी तबियत काफी खराब थी, इसलिए बारात नहीं ले जा सके। उन्होने कहा कि बीमार बेटे को बेहतर उपचार के लिए उसे लखनऊ शिफ्ट किया जा रहा है।

आगरा। प्रदेश सरकार में मंत्री धर्मवीर प्रजापति अपने बेटे दिलीप की बारात लेकर मंडप नहीं पहुंच सके। बारात 2 दिसंबर की शाम को आनी थी। लेकिन वहां दूल्हे पक्ष की ओर से कोई नहीं पहुंचा।

मंडप में बैठकर दुल्हन अपने भविष्य के हसीन सपनों के साथ दूल्हे का इंतजार करती रही। लेकिन मंडप में न तो कोई बाराती पहुंचा और न ही स्वयं दूल्हा। इस तरह दुल्हन के शादी को लेकर दिल के सारे अरमां आंसुओं में बह गये। वहां ऐसा लगा जैसे कि सजा हुआ शादी का मंडप का स्वयं पर शर्मिन्दगी महसूस कर रहा था।

मंत्री के बेटे की बारात इसी मंडप में पहुंचनी थी, लेकिन न दुल्हा पहुंचा न, बारात। सूना रहा सजा सजाया मंडप

मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने अपने बेटे दिलीप की बारात न ले जाने का कारण भी बताया। उन्होने कहा कि बेटे दिलीप को डेंगू हो गया है। उसकी तबियत काफी खराब थी, इसलिए बारात नहीं ले जा सके। उन्होने कहा कि बीमार बेटे को बेहतर उपचार के लिए उसे लखनऊ शिफ्ट किया जा रहा है।

इस विषय पर बात करते-करते मंत्री धर्मवीर प्रजापति रो पड़े। प्रजापति का कहना था कि लड़की वाले उनसे बात नहीं करते हैं। इसलिए उन्हें इस बारे में वे ज्यादा कुछ नहीं बता सकते।

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चर्चा है कि प्रदेश सरकार में मंत्री धर्मवीर प्रजापति के बेटे दिलीप का ज्योति नाम की लड़की से प्रेम संबंध था। मंत्री का परिवार इस शादी के लिए तैयार नहीं था। प्रेम प्रसंग को लेकर पंचायत हुई और उसमें शादी का फैसला हुआ था।

पंचायत के दबाव में यह शादी हो रही थी। युवती के परिजन तो शादी करने को तैयार थे। लेकिन युवक के परिजन यानी मंत्री परिवार इस फैसले से खुश नहीं था। दुल्हन के परिवार वालों ने अपना खेत बेचकर शादी में देने के लिए कार खरीदी थी।

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