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Uttar Pradesh Latest News In Hindi: नहीं रहे अखिलेश के ‘भीष्म’ शफीकुर्रहमान बर्क…

Latest Headlines news Sambhal Hindi | Shafiqur Rahman passes away

Uttar Pradesh Latest News sambhal In Hindi: सपा के वरिष्ठ नेता और संभल से सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Latest Headlines news Sambhal Hindi) का निधन हो गया। बर्क काफी वक्त से बीमार चल रहे थे। बर्क अपने विवादित बयानों के लिए भी जाने जाते थे। उन्होंने वंदे मातरम, तालिबान शासन और हिजाब पर विवादित टिप्पणियां की थीं। बर्क 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रहे थे। वह यूपी के बड़े मुस्लिम नेताओं में से एक थे। उनके निधन से समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है।

उत्तर प्रदेश के संभल में सपा सांसद और तेजतर्रार मुस्लिम नेता (Latest Headlines news Sambhal Hindi) शफीकुर रहमान बर्क का निधन हो गया। बर्क अपनी बातों और विचारों की वजह से खबरों में बने रहते थे, आपको बता दें कि बर्क लंबे समय से बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती थे। हाल ही में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सपा की ओर से जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में बर्क का नाम था।

साल 2019 का चुनाव जीतने के बाद वह संसद में सबसे बुजुर्ग सांसद के तौर पर मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी (Latest Headlines news Sambhal Hindi) एक बार सदन के बुजुर्ग सांसदों का जिक्र करते हुए उनका नाम लिया था। अपने बयानों की वजह से विवादों में भी रहे बर्क यूपी के बड़े मुस्लिम नेता के तौर पर जाने जाते थे। वह 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रह चुके थे।

कौन थे बर्क

11 जुलाई 1930 को उत्तर प्रदेश के संभल में जन्मे शफीकुर रहमान बर्क ने साल 1974 में पहली बार विधायकी का चुनाव लड़ा। वह बीकेडी के टिकट पर संभल से जीते और विधायक बने। वह 1977 में जनता पार्टी से, 1985 में लोकदल से और 1989 में जनता दल से विधायक रहे। बर्क शुरू से ही सपा में हैं। वर्ष 1996 में उन्होंने पहली बार सपा के टिकट पर मुरादाबाद से सांसद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद वह 2004 तक लगातार सपा के टिकट पर सांसद रहे। साल 2009 में उन्होंने अपनी सीट और पार्टी दोनों बदल ली और बसपा के टिकट पर संभल से चुनाव जीते।

आपको बता दे साल 2014 की मोदी लहर में बर्क को चुनाव मे हार मिली थी मगर साल 2019 में सपा और बसपा के गठबंधन ने उन्हें फिर से सांसद बना दिया। वह फिर से समाजवादी पार्टी में लौट आए थे। साल 2024 में भी अखिलेश ने उन पर भरोसा जताया था और पहली ही लिस्ट में संभल से उन्हें उम्मीदवार बनाया था। हालांकि, बर्क अब इस दुनिया में नहीं हैं। ऐसे में अब देखना होगा कि उनके उत्तराधिकार के तौर पर सपा किसे संभल से चुनावी मैदान में उतारती है।

समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Latest Headlines news Sambhal Hindi) का एक छोटा परिवार है। उनके परिवार में उनका एक बेटा और उनका पोता, पोती है। शफीकुर्रहमान बर्क का पोता विधायक है इसके अलावा उनकी पोती एक डॉक्टर हैं। आपको बता दें की जिस अस्पताल में उनका निधन हुआ था उसी में उनकी बेटी काम करती थी उन्हीं की निगरानी में समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क की देखरेख हो रही थी। उनकी मौत की वजह शरीर के अंगों का काम करना बंद कर देना है।

बर्क ने चौधरी चरण सिंह के साथ की थी राजनीति की शुरुआत

आपको बता दें कि 11 जुलाई 1930 को जन्मे शफीकुर रहमान बर्क ने राजनीति की शुरुआत चौधरी चरण सिंह के साथ की थी। समाजवादी पार्टी के गठन के दौरान भी उन्होंने मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर काम किया और उन्हें सपा का संस्थापक सदस्य भी कहा गया। शफीकुर रहमान बर्क बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी थे। आपको बता दें कि शफीकुर रहमान बर्क 1996, 1998 और 2004 में सपा से तीन बार मुरादाबाद लोकसभा सीट से, 2009 में संभल लोकसभा से बसपा से और 2019 में दो बार सपा से संभल सीट से सांसद रहे। वह एक बार यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे और 4 बार संभल सीट से विधायक चुने गए थे।

विवादित बयानों से है नाता

बर्क अपने विवादित बयानों के कारण भी चर्चा में रहे हैं। 2019 में सांसद पद की शपथ लेने के बाद बर्क ने वंदे मातरम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। बर्क ने आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था कि वंदे मातरम इस्लाम के खिलाफ है और हम इसका पालन नहीं कर सकते। इसके साथ ही साल 2021 में उन्होंने पड़ोसी देश अफगानिस्तान में तालिबान शासन की तुलना भारत में ब्रिटिश राज खत्म होने के बाद भारतीयों के शासन से की थी।

इसे लेकर भी हुआ था विवाद

हिजाब विवाद पर बर्क ने बेहद अजीब तर्क देकर हिजाब का समर्थन किया। उन्होंने कहा था कि जब लड़कियां बड़ी होने लगती हैं तो उन्हें कंट्रोल करने के लिए हिजाब जरूरी होता है। हिजाब पहनने से लड़कियां नियंत्रण में रहती हैं। उनके इस बयान की काफी आलोचना भी हुई थी। जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर बर्क के बयान पर काफी विवाद हुआ था। उन्होंने कहा था कि बच्चे पैदा करने का संबंध इंसानों से नहीं बल्कि अल्लाह से है।

ईश्वर जब बच्चे को जन्म देता है तो उसके भविष्य की व्यवस्था भी करता है। हाल ही में बर्क (Latest Headlines news Sambhal Hindi) से जब अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि वह वहां नहीं जाएंगे क्योंकि हमारी मस्जिद पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया गया है। उन्होंने कहा था कि हम अल्लाह से बस यही दुआ करेंगे कि जो बाबरी मस्जिद हमसे छीन ली गई है, वह हमें वापस मिल जाए।

Prachi Chaudhary

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