न्यूज़राजनीतिराज्य-शहर

कहीं बजरंग दल का मुद्दा कांग्रेस को नुकसान न पहुंचा दे ,बीजेपी को मिला गया बड़ा हथियार

Current Hindi News Karnatak

Karnataka Elections: अगर हिंदी पट्टी में यह मुद्दा आगे बढ़ता है तो निश्चित तौर पर कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। इसके बाद बीजेपी इस मसले को आगामी लोकसभा चुनाव में भी उठाने को तैयार है। कहा जा रहा है कि बीजेपी के पास जहां कोई मुद्दा नहीं था अब बैठे बिठाये उसे यह मुद्दा मिल गया है। देखना है कि इस मुद्दे को बीजेपी कितना कर्नाटक में भुना पाती है और कांग्रेस को इससे कितना नुकसान होता है।
बजरंग दल का मुद्दा अब बीजेपी बड़े जोर शोर से उठा रही है। खुद प्रधानमंत्री मोदी अब हर रोज अपने चुनावी भाषण में इसकी चर्चा कर रहे हैं। बीजेपी ने अब बजरंगदल के साथ बजरंगबली की भी राजनीति कर रही है। लोगों को यह सन्देश देनी की कोशिश की जा रही है कि बजरंग दल त्रेता युग के भगवन राम के सेवक बजरंगबली की सेना है जो समाज में शांति और सद्भाव स्थापित करने के लिए गठित की गई है। अब तक बीजेपी धार्मिक सहारों के जरिये राजनीति करती रही है और उसे इसका लाभ भी मिलता रहा है।

बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल को मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन पीएफआई के बराबर रखते हुए कहा है कि अगर कर्नाटक में उसकी सरकार बनती है तो संस्थाओं पर पाबंदी लगाई जाएगी। घोषणा पत्र जारी होते ही बीजेपी ने बजरंग दल और बजरंगबली को एक कर दिया है। अब प्रधानमंत्री और बीजेपी के लोग इसको लेकर जनता के बीच में बहुत कुछ कहते जा रहे हैं। यह बात और है कि कर्नाटक में बजरंग दल का कोई बड़ा नेटवर्क नहीं है और ऐसे में कर्नाटक के चुनाव में इसका असर भी न पड़े लेकिन जानकर कह रहे हैं कि बीजेपी इस मुद्दे को आगे ले जायेगी। चुकी बीजेपी के पास अब कोई मुद्दा है नहीं। कांग्रेस और विपक्ष जिस अंदाज में बीजेपी को घेर रहे हैं उससे लगता है कि अब बीजेपी के पास कोई नया मुद्दा नहीं है जिससे लोग उसके प्रति आकर्षित हो।

देखा जा रहा है कि बीजेपी के प्रति लोगों का मोह अब भांग हुआ है और कई ऐसे लोग जो अब तक बीजेपी के साथ जुड़े हुए थे ,अडानी और महिला पहलवानो के मसले के बाद बीजेपी से दूरी बनाकर चल रहे हैं। लोग साफ़ तौर पर यह कह रहे हैं कि जिनमुद्दों पर बीजेपी और प्रधानमंत्री को एक्शन लेना चाहिए उस पर वे चुप हैं। ऐसे में कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं और बीजेपी के प्रति लोगों में गुसा भी है।
सब जानते हैं कि चुनाव के दौरान साम्प्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण का खेल चलता है और बीजेपी इसमें सबसे आगे रहती है। अब बीजेपी बजरंग दल वाले मसले को लोकसभा चुनाव तक ले जा सकती है। और बीजेपी इसकी तयारी भी कर रही है। अगले साल ही भगवन श्रीराम का मंदिर भी अयोध्या में बनकर तैयार होगा और फिर बजरंगबली की कहानी भी आगे बढ़ेगी। बीजेपी के लोग साफ़ तौर पर कह रहे हैं कि हम धार्मिक पार्टी हैं और इस मुद्दे को जनता के पास ले जाएंगे ? लेकिन जब उनसे यह पूछा जाता है कि क्या बजरंग दल बजरंगबली की संस्था है और बजरंग दल में शामिल लोग क्या बजरंगबली हिन् तो इसका उत्तर वे नहीं दे पाते।


लेकिन सच तो यही है कि भारत जैसे देश में बीजेपी की राजनीति पूरी तरह से धर्मिक खेल पर ही आगे बढ़ी है। और यह खेल आगे और भी बढ़ता रहा तो कांग्रेस की परेशानी बढ़ सकती है। कर्नाटक में श्रीराम सेना जयदा एक्टिव है। इसलिए हो सकता है कि यहां इस खेल का लाभ बीजेपी को कम हो सकता है लेकिन हिन्द्दी पट्टी में बीजेपी इस मुद्दे के जरिये कांग्रेस को कमजोर करने से नहीं चुकेगी।

Akhilesh Akhil

Political Editor

Show More

Akhilesh Akhil

Political Editor

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button