ट्रेंडिंगराज्य-शहरलाइफस्टाइलसेहतनामा

Eyes Colours: आंखों का रंग काला , नीला ,हरा या भूरा क्यो होता है??…. जानिए आंखो के अलग अलग रंग के पीछे का कारण!

Eye Color! कहते है आंखे दिल का आईना होती है चेहरे को खूबसूरत बनाए रखने के लिए आंखों का अहम रोल होता है आंखो सें हम न केवल इस खूबसूरत दुनिया को देखते हैं.

आपकी आंखो से आपकी खुशी, दुख, चालाकी, शैतानी सब दिख जाता है चलिए आज हम आंखो पर चर्चा करते है.

ज्यादातर लोगों की आंखों काले रंग की होती है, लेकिन कुछ लोगों की आंखों अलग-अलग रंग की होती है, जैसे नीला, हरा या भूरा. आप भी हमेशा सोचते होंगे की कई लोगो की आंखों का रंग काला, नीला या भूरा क्यों होता है, इसके पीछे की वजह क्या है आज हम बताएंगे कि कैसे और क्यो आंखो की पुतली अलग अलग रंगो की होती है!

दरअसल, आंखों की पुतली के रंग में melanin की मात्रा की सबसे महत्वपूर्ण रोल होती है. सभी के शरीर में में इसका अलग-अलग मात्रा और अनुपात होता है. आपको बता दें कि melanin एक pigments होता है. जो आंखो के लिए बेहद जरूरी होता है अगर शरीर में इस pigments की पर्याप्त मात्रा न हो तो आंखों का रंग नीला दिखाई देता है. वैज्ञानिक का कहना है अगर किसी बच्चे के जन्म के शुरुआती समय में उसकी आंखों का रंग बदलने की संभावनाएं बहुत ज्यादा होती है.

अगर melanin की मात्रा बहुत ज्यादा होती है तो आंखों का रंग भूरा या काला हो जाता है. आंखों का रंग डिसाइड करने के अलावा त्वचा और बालों का रंग निर्धारित करने में भी melanin अहम रोल निभाता है. हालांकि, आंखों के अलग-अलग रंग के लिए प्रोटीन(Protien) का density और जींस भी जिम्मेदार होते हैं.

chromosome 15 में OCA2 और HERC2 को भी आंखों का रंग डिसाइड करने के लिए जिम्मे्दार माना जाता है. जबकि OCA2 नीली और हरी आंखो से जुडा होता है!

Prachi Chaudhary

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button