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सरकारी अस्पताल में भर्ती डेढ़ दर्जन प्रसूताओं को इंजेक्‍शन लगते ही तेज बुखार, ठंड और सांस की शिकायत, परिजनों ने लापरवाही का लगाया आरोप

UP NEws Gorakhpur: यूपी के गोरखपुर के ग्रीनलैंड हास्पिटल में बीते दिनों वैक्‍सीन लगने के बाद हुई तीन नवजात हो गई अभी नवजातों की मौत का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा कि गोरखपुर महिला चिकित्‍सालय में डेढ़ दर्जन प्रसूताओं को इंजेक्‍शन लगने के बाद उनकी हालत बिगड़ गई. गुरुवार की रात 10 से 11 बजे के बीच पहुंची स्‍टाफ नर्स ने जैसे ही इंजेक्‍शन लगाया, प्रसूताओं को तेज बुखार के साथ ठंड लगने और सांस लेने में दिक्‍कत की शिकायत हो गई. इसके बाद ड्यूटी पर तैनात चिकित्‍सक और स्‍टाफ ने बाहर से इंजेक्‍शन और दवा मंगाकर दी, जिसके आधे घंटे बाद प्रसूताओं को आराम हुआ. परिजनों ने चिकित्‍सक और स्‍टाफ पर लापहरवाही का आरोप लगाया है. वहीं ड्यूटी पर तैनात चिकित्‍सक ने तीमारदारों पर हो-‍हल्‍ला करने का आरोप लगाया है.

गोरखपुर के जिला महिला चिकित्‍सालय की न्‍यू बिल्डिंग में गुरुवार चार से पांच दिन पहले आपरेशन से नवजात के पैदा होने के बाद से भर्ती डेढ़ दर्जन प्रसूताओं की हालत बिगड़ गई. प्रसूताओं और उनके तीमारदारों ने बताया कि स्‍टाफ नर्स ने आकर उन्‍हें एक इंजेक्‍शन लगाया. इंजेक्‍शन लगने के बाद से ही उन्‍हें तेज बुखार के साथ ठंड लगने लगी. इसके साथ ही उन्‍हें सांस लेने में भी दिक्‍कत होने लगी. इसके बाद चिकित्‍सक और स्‍टाफ ने बाहर से मंगाकर दवा और इंजेक्‍शन दिया. इसके आधे घंटे बाद उन्‍हें आराम हुआ. कुछ प्रसूताओं को स्किन में खुजली की शिकायत भी होने लगी.

जिला महिला चिकित्‍सालय में भर्ती गोरखपुर के रेती चौक की रहने वाली प्रसूता कल्‍याणी गुप्‍ता ने बताया कि वे 29 मई को यहां पर एडमिट हुई हैं. उनके हाथ में स्‍वेलिंग की शिकायत थी. इंट्राकैप बदलने के बावजूद नर्स ने आज एंटीबायोटिक इंजेक्‍शन की जगह गलती से आपरेशन के समय लगने वाला इंजेक्‍शन लगा दिया गया. इसके बाद उन्‍हें तेज बुखार और ठंड लगने लगी. इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी. इसके बाद उनके पति से दो इंजेक्‍शन बाहर से मंगाया गया. उसके आधे घंटे बाद उनकी हालत में सुधार हुआ. कल्‍याणी की मां सीता देवी ने बताया कि वे डाक्‍टर और स्‍टाफ से मरीज को देखने के लिए चिल्‍लाती रहीं. लेकिन यहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया. उन्‍होंने मरीज के आपरेशन के लिए 5 हजार रुपए लेने का भी आरोप लगाया. कल्‍याणी के पति रोहित गुप्‍ता ने बताया कि 29 मई की रात को उनकी पत्‍नी को बेटा हुआ. वे लोग 5 हजार रुपए मांगा उसके बाद बच्‍चा दिया. आज इंजेक्‍शन लगने के बाद उसके ठंड लगने लगी. उन्‍होंने बताया कि पत्‍नी सांस रुकने की शिकायत करने लगी. इसके बाद बाहर से इंजेक्‍शन लगने के आधे घंटे बाद आराम हुआ.

गोरखपुर के जिला चिकित्‍सालय में भर्ती नेहा ने बताया कि वे नवाडुमरी की रहने वाली है. वे इंजेक्‍शन लगने के बाद वॉशरूम गई. इसके बाद वे बिस्‍तर पर आकर लेट गईं. इसके बाद उन्‍हें तेज बुखार के साथ ठंड लगने लगी. उन्‍होंने बताया कि इसके आधे घंटे के बाद उन्‍हें आराम हुआ. उन्‍होंने बताया कि उन्‍हें कुछ याद नहीं है. तीमारदार मदनलाल गोरखपुर के उरुवा के रहने वाले हैं. वे बताते हैं कि उनकी लड़की यहां पर भर्ती है. आपरेशन से बच्‍चा हुआ है. इंजेक्‍शन लगने के बाद उसे ठंड और तेज बुखार हो गया. अस्‍पताल का इंजेक्‍शन लगा था. इसके बाद बाहर से इंजेक्‍शन मंगाया गया. इसके आधे घंटे बाद आराम हुआ. अभी बुखार है.

अनुपमा मोहरीपुर की रहने वाली हैं. वे सोमवार को सुबह 10 बजे यहां पर एडमिट हुई हैं. वे बताती हैं कि उनका आपरेशन से बच्‍चा हुआ है. आज जब स्‍टाफ नर्स आई है, तो उसके इंजेक्‍शन लगाने के बाद तेज ठंड लगने लगी. इसके बाद बाहर से उनके पति से इंजेक्‍शन मंगाकर लगाया गया, इसके आधे घंटे बाद उन्‍हें आराम हुआ है. शर्मिला गोरखपुर के बरहुआ की रहने वाली हैं. वे बताती हैं कि उन्‍हें सबसे पहले इंजेक्‍शन लगाया गया. इंजेक्‍शन लगने के बाद उन्‍हें ठंड के साथ बुखार चढ़ने लगा है. अभी उन्‍हें आराम है.

प्रसूता सरस्‍वती साहनी की चार दिन पहले यहां पर डिलिवरी हुई है. वे महराजगंज के पुरैना की रहने वाली है. वे बताती हैं कि इंजेक्‍शन लगने के बाद से ठंड और बुखार की शिकायत हुई. उन्‍हें नहीं पता चला है कि उन्‍हें कौन सा इंजेक्‍शन लगाया गया. इसके बाद बाहर से इंजेक्‍शन लगाने के बाद आराम हुआ. सरस्‍वती के साथ आए पति गिरिजेश साहनी ने बताया कि वे महराजगंज के रहने वाले हैं. मरीज नार्मल रहा है. इसके बाद एक इंजेक्‍शन लगने के बाद ठंड और तेज बुखार की शिकायत हो गई. इसके बाद बाहर से एविल और डेक्‍सोना इंजेक्‍शन और क्रोसिन की 650 एमजी की गोली देने के बाद 15 से 20 मिनट के बाद आराम हुआ.

महिला चिकित्‍सालय में इमरजेंसी ड्यूटी. पर तैनात चिकित्‍सक डा. साधना पाण्‍डेय ने बताया कि रात में 7 से 8 प्रसूताओं को इंजेक्‍शन लगने के बाद फीवर और कंपकपी लगने की शिकायत हुई. इसके लिए उन्‍हें जो उपचार देना था दिया गया. अभी सभी पेशेंट नार्मल हैं. उन्‍होंने बताया कि रात की डोज होती हैं. जो दी जाती हैं. इसमें एंटीबॉयोटिक और अन्‍य इंजेक्‍शन होते हैं. कुछ पेशेंट को दिक्‍कत हुई. कुछ पेशेंट के तीमारदारों के हल्‍ला और हंगामा करने की वजह से अधिकतर पेशेंट को घबराहट की शिकायत हो गई. इंजेक्‍शन लगने से हुई दिक्‍कत तो आधे घंटे में खत्‍म हो गई थी. इसके बाद तीमारदारों को उनका सपोर्ट करना चाहिए. जबकि वे हंगामा करने लगे. सभी को शांतिपूर्वक माहौल बनाकर सहयोग करना चाहिए.

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Team News Watch India

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