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बीजेपी को बड़ा झटका, इस सांसद को 2 साल की सजा, क्या छिन जाएगी सांसदी?

Latest Political News Uttar Pradesh : राजनीति में कब कहां किस दल का पलड़ा झुक जाए कुछ नहीं कहा जा सकता है। राजनीति को एक तरह से तराजू समझो कभी भी किसी भी तरफ कम ज्यादा हो सकता है। अभी तक कांग्रेस पार्टी में राहुल की सजा और सदस्यता को लेकर घमासान छिड़ा हुआ था जिन्हें राहत मिल गई तो वहीं अब बड़ी खबर सामने आई है कि बीजेपी के एक नेता पर इसी तरह के मामले में बड़ा एक्शन लिया गया है।

उत्तर प्रदेश के इटावा से बीजेपी सांसद को दो साल की सजा सुनाई गई है। जिनकी अब लोकसभा सदस्यता पर तलवार लटक रही है। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत जब किसी भी अपराधी को 2 साल की सजा सुनाई जाती है या फिर 2 साल की सजा मिलने पर उसे तत्काल उत्तराधिकार से अयोग्य घोषित करने का प्रावधान है तो वहीं अब लोकसभा सांसद राम शंकर कठेरिया की 2 साल की सजा सुनाए जाने के बाद उनकी संसदीय सदस्यता खतरें में आ गई है। इसको लेकर बीजेपी खेमे में खलबली मची हुई है। यदि सदस्यता समाप्त होती है तो आगामी लोकसभा चुनाव में इसका असर पड़ेगा और सीट भी हाथ से जा सकती है।

उत्तर प्रदेश के इटावा से बीजेपी में दलितों का दमदार चेहरा जिसे माना जाता है। जिसे बीजेपी दलितों को साधने के लिए इस चेहरे को चुनावी मैदान में उतारती है। जिसे अब करीब 12 साल पुराने मामले एमपीएएल कोर्ट ने 2 साल की सजा मुकरर कर दी है। इतना ही नहीं दो साल की सजा के साथ 5000 रूपए का आर्थिक दंड भी लगाया गया है। जिसके बाद से बीजेपी खेमे में सियासी हलचल तेज हो चुकी है और सुगबुगाहट का सिलसिला भी तेज हो गया है।

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राम शंकर का राजनीति से गहरा नाता है। ये उत्तर प्रदेश के इटावा में मौजूदा लोकसभा सदस्य हैं और लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। 2019 में बीजेपी ने इन्हें मैदान में उतारा वहां भी तीसरी बार सांसद बने। जहां इन्होंने सपा पार्टी को करारी हार दी। राम शंकर कठेरिया को 2014 में बीजेपी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया। मानव संसाधन विकास मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में भी काम किया। गृह मंत्रालय में सलाहाकार कमेटी के सदस्य भी हैं। इसी के साथ इन्हें कई बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी गई।

ये था मामला
राम शंकर कठेरिया का विवादों से गहरा नाता रह चुका है लेकिन इस बार जिसके लिए उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई है। यह मामला है 16 नवंबर, 2011 का है। जब बिजली आपूर्ति कंपनी के एक कर्मचारी से मारपीट हो गई थी। दरअसल एक महिला बिजली कर्मचारियों से पेरशान थी वो अपनी समस्या का समाधान कठेरिया के पास लेने पहुंची। महिला की पीड़ा सुनने के बाद जब कठेरिया अधिकारियों से बाचतीत करने के लिए गए तो उसी दौरान मारपीट होने लगी। पूरे हंगामे के बाद टोरेंटो पावर के अधिकारियों ने सांसद कठेरिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था जिसमें आज अदालत ने फैसला सुनाते हुए उन्हें 2 साल की सजा सुनाई है.

Priyanshi Srivastava

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