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विपक्षी एकता की बंगलोर बैठक में जुटेंगे 24 दल ,सोनिया गांधी भी होंगी शामिल!

National Political News: देश में मानसून की वजह से भले ही तापमान नीचे गिर गया हो लेकिन राजनीतिक तापमान काफी बढ़ा हुआ है। हर जगह पार्टियां एक दूसरे को चुनौती देती नजर आ रही है। पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में टीएमसी ने बीजेपी को झटका देते हुए बड़ी जीत की तरफ आगे बढ़ रही है। बीजेपी को इन इलाकों में भी बड़ा झटका लगा है जहां लोकसभा और विधान सभा चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी। यह बात और है कि इस चुनाव के दौरान बड़े स्तर पर हिंसक घटनाएं भी हुई। अभी तक 36 लोगों की जाने जा चुकी है जबकि सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं ।

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दूसरी तरफ सुदूर दक्षिण के राज्य कर्नाटक की राजनीतिक तापमान भी बढ़ा हुआ है। वहा 17 और 18 तारीख को विपक्षी एकता की बैठक होने जा रही है। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में 24 दलों के शामिल होने की पुष्टि की जा रही है। अगर ऐसा होता है तो बीजेपी के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। पिछले महीने 23 जून को पटना में विपक्षी एकता की बैठक हुई थी। उस बैठक में 17 दल शामिल हुए थे लेकिन अब बंगलोर की दूसरी बैठक में 24 दल शामिल होने जा रहे हैं। खबर के मुताबिक नए आठ दल भी इस बैठक में शामिल होने की स्वीकृति दी है। इन आठ दलों में से चार दल ऐसे है जो पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लडे थे।
बंगलोर बैठक में इस बार सोनिया गांधी भी शामिल होने जा रही है। उन्होंने इसकी स्वीकृति दे दी है। खबर के मुताबिक राजद प्रमुख लालू यादव और शरद पवार के साथ ही नीतीश कुमार ने भी सोनिया गांधी से बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया था। लालू प्रसाद ने उन्हे कहा था कि सोनिया गांधी के बैठक में शामिल होने का मैसेज विपक्षी एकता के लिए काफी असरदार होगा।

खबर के मुताबिक बंगलोर की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा होगी और कैसे सीटों का बंटवारा किया जाए इसका रोड मैप तैयार किया जाएगा।
खबर यह भी है कि इसी बैठक में किसी एक व्यक्ति को विपक्षी एकता का संयोजक भी बनाया जायेगा। खबर के मुताबिक नीतीश कुमार संयोजक की भूमिका में सामने आ सकते है।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने साफ तौर पर कहा है कि बंगलोर की बैठक विपक्षी एकता के लिए मिल का पत्थर साबित होगी। इस बैठक में सभी दलों के साथ पहले मेल मिलाप होगा और फिर एक सीट एक उम्मीदवार की रणनीति तैयार की जाएगी ताकि पूरी ताकत के साथ बीजेपी का मुकाबला किया जा सके।
खबर ये भी है कि कुछ राज्यों में आपसी गठजोड़ की भी संभावना है। यूपी में अखिलेश यादव और बंगाल में टीएमसी के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने को बात हो रही है। ये दल ही अन्य दलों को सीट देगी। हालाकि इसमें कई तरह के पेंच है लेकिन नीतीश कुमार ने कहा है कि कोई पेंच नही रहेगा। जब हम सबके विचार मिल जायेंगे तो सभी समस्याएं हल हो जाएगी।

Akhilesh Akhil

Political Editor

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