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बच्चे को 9 महीने पेट में पालने का चक्कर खत्म, अब AI के जरिए पैदा होंगे बच्चे!

AI Baby: अमेरिका से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है बता दें अमेरिका में अब AI बेबी पैदा होंगे. सुनकर चौंक गए आप? आइऐ इस लेख के जरिए जानते है क्या है AI बेबी (AI Baby), कैसे इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा और दुनिया में कहां-कहां इस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है.

अब AI (Artificial intelligence) के जरिए बेबी पैदा होंगे. इस तकनीक के द्वारा भ्रूण (fetus) के विकसित होने के दौरान कई प्रकार की भविष्यवाणी की जा सकेगी. जैसे यह भ्रूण कितना सफल होगा. इसमें अनुवांशिक रोग (genetic diseases) ट्रांसफर होंगा या नहीं और इस तकनीक के द्वारा उन चीजों के बारे में भी पता चलेगा, जिसे इंसानी आंखे नहीं देख पा सकती. अमेरिका में इस तकनीक का उपयोग करके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence) बच्चे पैदा किए जा सकेंगे. इसकी तैयारी पूरी हो गई है.

क्या है AI Baby?

AI Baby

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रिपोर्ट की मानें तो, इस तकनीक का इस्तेमाल IVF प्रॉसेस में किया जाएगा. अब IVF क्या होता है आइए पहले इसके बारे में जान लेते है दरअसल IVF एक प्रकार का फर्टिलिटी ट्रीटमेंट (fertiliser treatment) है. जिसका इस्तेमाल उन लोगों में किया जाएगा, जो बच्चा पैदा करने में असमर्थ होते हैं. इस प्रॉसेस के द्वारा बांझपन दूर किया जाता है. IVF प्रॉसेस के जरिए भ्रूण को विकसित करके महिला के गर्भ में ट्रांसप्लांट (transplant) किया जाता है.

फिर इस भ्रूण (Fetus) की जांच AI (Artificial intelligence) से लैस सॉफ्टवेयर से की जाएगी जो उसके बारे में कई जानकारी देगा. इस प्रक्रिया को ही (Artificial intelligence) AI बेबी कहा जा रहा है.

कितना असर दिखा रही आर्टिफिशियल इंटेजिलेंस?

IVF प्रॉसेस के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence) के जरिए उसका सक्सेस रेट बढ़ाया जा रहा है. माना जा रहा है कि AI अल्गोरिदिम का उपयोग करके IVF का सक्सेस रेट 30% तक भी बढ़ाया जा सकता है.

फिलहाल इस तकनीक का इस्तेमाल एशिया(Asia), यूरोप और दक्षिण अमेरिका(south america) में किया जा रहा है. अब अमेरिका (america) में इसकी शुरुआत हो सकती है.

AI Baby: ये तकनीक कितनी सफल है?

AI Baby

दरअसल, IVF की प्रक्रिया के दौरान भ्रूण विकसित किए जानें के बाद इसकी जांच की जाती है कि भ्रूण विकसित हुआ या नहीं. इसके बाद ही महिला के गर्भ में इस भ्रूण को ट्रांसप्लांट किया जाता है.

बता दें जांच की यह प्रक्रिया काफी महंगी है. विश्व के कई देशों में इसके एक सेशन के लिए लगभग 10 लाख रुपए का खर्च आता हैं. इसके बाद भी कोई गारंटी नहीं होती है कि नया भ्रूण सफल हुआ या नहीं रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में IVF के केस में सक्सेस रेट कुल 24% ही होता है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

AI के द्वारा भ्रूण की जांच करने कंपनी AIVF की CEO और एम्ब्रायोलॉजिस्ट एक्सपर्ट कहती हैं, IVF की प्रक्रिया में भ्रूण का चुनाव करना सबसे महत्वपूर्ण कदम है. अब तक यह काम इंसानी डॉक्टर करते रहे हैं, लेकिन अब के Artificial intelligence के द्वारा इसकी क्वालिटी की जांच की जा सकेंगी।

Prachi Chaudhary

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