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सावन की शिवरात्रि पर जानें भगवान शिव के ये राज, क्यों होते है खास?

Sawan Shivratri 2023! सावन का पवित्र महीना चल रहा है। हर तरफ शिव के नाम की गूंज हो रही है। भगवान शिव की तो पूरी दुनिया ही पुजारी है। ये महीना खास इसलिए है क्योंकि एक तो सावन का महीना और उस महीने में शिवरात्रि का पड़ना एक संयोग है।

आज भगवान भोलेनाथ को प्रिय सावन मास की शिवरात्रि है। आज के दिन भगवान शिव की अलौकिक शक्तियों का मिलन होता है। शिवरात्रि यानि की आज की रात भगवान शिव के नाम होती है। जिस तरह चैत्र व कुवार के महीने मां महामाया को समर्पित होते है ठीक वैसे ही सावन की शिवरात्रि भगवान को समर्पित होती है। ये महीना शिव भक्तों के लिए बहुत ही ज्यादा मायने रखता है।

आज वो संयोग बनता है जब देवो के देव महादेव को खुश करने और अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए कावड़िया कोसों दूर की लंबी यात्रा तय कर गंगा जल लाते है और भोलेनाथ को अर्पित करते हैं। जल अर्पित करने के बाद औढरदानी शिव की शुभ मुहुर्त में विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं।

शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की पूरे 4 पहरों में अराधना की जाती है। इस दिना पूजा करने का अलग ही महत्व होता है। इस दिन शुभ और लाभ का संयोग भी बनता है। इस दिन किसी भी भक्त को 4 प्रहर की पूजा जरूर करनी चाहिए। मान्याता हे कि शिवरात्रि के दिन यानी की आज 4 पहर की पूजा करने पर शिव अपने भक्तों पर असीम कृपा बरसाते हैं। जिससे की किस्मत के नए-नए रास्ते खुल जाते हैं। जिन 4 पहर पूजा करनी है वो इस प्रकार है

Today News! Sawan Shivratri 2023 Ki Puja Vidhi Aur Jal Abhishek Ka Samay

शाम 7:21 से 9:54 तक – प्रथम प्रहर
रात्रि 9:54 से 12:27 तक – द्वितीय प्रहर
पूर्वाह्न 12:27 से 3:03 तक – तृतीय प्रहर
पूर्वाह्न 3:03 से 5:33 तक – चतुर्थ प्रहर

शिवरात्रि पर ऐसे मनाए शिव को
शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को मनाने के लिए उनकी प्रिय वस्तुओं को चढ़ाना चाहिए। गंगाजल से शिव का जलाभिषेक करने के बाद आप बेलपत्र, शमीपत्र, दूध, दही, शहद, घी, चावल, धतूरा भस्म, भांग, धतूरा, रूदाक्ष, सफेद फूल, जरूर अर्पित करें।

ऐसे करें शिव स्तुति
भगवान शिव की पूजा करने के बाद उनकी स्तुतियों का भी बखान करें स्तोत, लिंगाष्टंक, शिवपुराण, शिव सहस्त्रनाम, शिव महिम्र स्तोत और शिव चालीसा का पाठ करें यदि ये सब न कर पाए तो आप ओम नम: शिवाय या फिर श्री शिवाय नमस्तुभय्म का जाप करें।

Priyanshi Srivastava

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