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तो क्या बालासोर रेल एक्सीडेंट में इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ की गई ? सीबीआई की जांच शुरू

Balasor Train Accident: बालासोर ट्रेन दुर्घटना की जांच अब सीबीआई ने शुरू कर दिया है। अंतिम जाँच परिणाम क्या सामने आते हैं इसे देखना तो अभी बांकी है लेकिन शुरुआत जांच से पता चलता है कि इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ की गई है। ऐसा हो भी सकता है और नहीं है। यह कोई अंतिम परिणाम नहीं है। यह एक संकेत मात्र है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है

कि अगर इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ की गई है तो यह एक गंभीर मामला है।
बता दें कि पिछले दिनों तीन ट्रेन आपस में टकरा गई जिससे सैकड़ों लोगो की जान चली गई और हजार से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों का इलाज चल रहा है। उधर दुर्घटना में मारे गए कई लोगों की पहचान भी अभी तक नहीं हुई है। दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजन आज भी शवों के लिए भागदौड़ कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस रेल दुर्घटना में काफी लोगों की जाने गई है। सरकारी दावा है कि मरने 288 है। लेकिन विपक्ष इस आंकड़े को सही नहीं मान रहा है।

ममता बनर्जी ने तो साफ़ तौर पर कहा है कि इस दुर्घटना में पांच सौ से ज्यादा लोगों की जान जा सकती है।
सीबीआई की शुरूआती जांच में कुछ बातें सामने आई है। जो तथ्य सामने आये हैं उसमे कहा जा रहा है कि इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ की गई होगी। बता दें कि इंटरलॉकिन सिस्टम के जरिये ही ट्रेनों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित की जाती है। हालांकि यह कोई तकनिकी गलती नहीं है बल्कि कुछ और भी हो सकता है। सीबीआई इन्ही तथ्यों की जांच कर रही है। लेकिन विपक्ष कह रहा है कि तकनीकी समस्या चाहे जो भी जो सरकार ने तो दुर्घटना रोधी डिवाइस लगाने की बात कही थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। यानी सरकार का जो दावा था वह सब झूठा था। कोई भी दुर्घटना रोधी डिवाइस नहीं लगाया गया। अगर यह डिवाइस होता तो इतनी बड़ी दुर्घटना नहीं होती और न ही इतनी संख्या में लोग हताहत ही होते।

यही वजह है कि विपक्ष इस मामले को फेल करार दे रही है और रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग भी कर रही है।.
सीबीआई की सदस्यीय टीम दुर्घटना स्थल पर पहुँच गई है। दुर्घटना किस वजह से हुई इसकी जांच भी शुरू हो गई है। याद रहे इस दुर्घटना के बाद 3 जून को रेल पुलिस ने भारतीय दंड संहिता और रेल अधिनियम की धारा में केस दर्ज किया है। केस दर्ज होने के बाद रेल बोर्ड ने इस दुर्घटना की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। रेल मंत्री वैष्णव ने कहा है कि सीबीआई इस बात की जांच करेगी कि यह रेल हसदा कैसे हुआ ?इसके लिए जिम्मेदार कौन से लोग हैं। कहा जा रहा है कि सीबीआई की पूरी जांच होने के बाद ही दुर्घटना के कारण का पता चलेगा।
बता दें कि पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बालासोर रेल दुर्घटना को एक साजिश बताया था। उन्होंने कहा था कि इसकी जाँच सीबीआई से कराई जानी चाहिए।

सीबीआई जांच से ही सब कुछ खुलासा हो सकेगा।
लेकिन अब जब जांच शुरू हो गई कुछ दिनों तक यह मामला ठंढा पड़ सकता है। लेकिन कहा जा रहा है कि संसद के अगले सत्र में इस मामले को विपक्ष उठा सकता है। सरकार की समझ यह बन रही है कि संसद सत्र शुरू होने से पहले सीबीआई की रिपोर्ट सामने आ जाये ताकि विपक्ष को माकूल जवाब दिया जा सके। लेकिन यह रिपोर्ट कब आएगी और जनक कब तक पूरा होगा यह कौन जनता है ? सीबीआई की जांच की कहानी किसी से छुपी नहीं है।

Akhilesh Akhil

Political Editor

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