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Lok Sabha Election Latest Update: ओडिशा में अब अकेले लड़ेगी बीजेपी

The alliance of BJD and BJP did not materialize

Lok Sabha Election Latest Update: ओडिशा में बीजेपी अब अकेले चुनाव लड़ेगी। पहले इस बात की सम्भावना बनी हुई थी कि BJD और BJP मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ेगी लेकिन यह गठबंधन परवान नहीं चढ़ा। बीजेपी ने अब अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।

बता दें कि, पहले BJP और BJD के बीच गठबंधन हुआ करता था, लेकिन 15 साल पहले गठबंधन टूट गया। अबकी बार फिर से मिलकर चुनाव लड़ने की बात की जा रही थी लेकिन सीटों को लेकर दोनों दलों के बीच आपसी सहमति नहीं हुई। फिर BJD ने गठबंधन करने से मना कर दिया। इसके बाद बीजेपी ने यह घोषणा किया है कि लोकसभा के साथ ही विधान सभा चुनाव भी वह अकेले लड़ेगी।

बीजेपी ने कहा है कि, देश भर में जहाँ-जहाँ बीजेपी की डबल इंजन सरकार है वहां विकास और गरीब कल्याण योजनाओं में तेजी आयी है। लेकिन आज भी ओडिशा में मोदी सरकार की कई गरीब कल्याण योजनाएं धरती पर नहीं पहुँच पाई है। यही वजह है कि ओडिशा आज भी गरीब है और यहाँ के लोग आज भी कई योजनाओं से दूर हैं। बीजेपी ने कहा है कि, हमारी जब ओडिशा में सरकार बनेगी तो ओडिशा का समग्र विकास होगा और ओडिशा में तेजी से आगे बढ़ने के साथ ही यहाँ के लोगों का भी विकास होगा। बीजेपी ने यह भी कहा है कि ओडिशा को लेकर हमारी चिंता है और इस राज्य को आगे ले जाने में हम कभी पीछे नहीं हटेंगे।

हालांकि ओडिशा बीजेपी प्रमुख ने कहा है कि BJD की तरफ से मोदी सरकार की कुछ योजनाओ को जरूर छलकाया गया लेकिन अगर सभी योजनाएं ओडिशा में चलती तो आज ओडिशा की हालत कुछ और ही होती।

बता दें कि ओडिशा में लम्बे समय से BJD की सरकार है और यह भी सच है कि ओडिशा की नविन पटनायक सरकार हमेशा केंद्र की मोदी सरकार के समर्थन में काम करती रही है। इस बार भी इस बात की सम्भावना बढ़ी हुई थी कि इस राज्य में बीजद के साथ मिलकर बीजेपी चुनाव लड़ेगी। लेकिन खेल ख़राब हो गया। बीजद के लोग हलाकि इसका ठीकरा बीजेपी पर फोड़ रहे हैं जबकि बीजेपी का कहना है कि बीजद ने बीजेपी के साथ नहीं लड़ने का ऐलान किया है।

ओडिशा की अधिकतर लोकसभा सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ना छटाई थी जिस वजह से बीजद तैयार नहीं थी। इसके साथ ही बीजेपी यह भी चाहती थी कि बीजद विधान सभा चुनाव में भी स्कू से कम सीटों पर चुनाव लड़े। लेकिन बीजद ने बीजेपी के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इसके बाद बीजेपी और बीजद अलग -अलग चुनाव लड़ने को तैयार हो गए।

जानकार मान रहे हैं कि अगर दोनों पार्टियां एक साथ चुनाव लड़ती है तो संभव था कि इंडिया गठ्बन्धन की परेशानी बढ़ती लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ओडिशा में कांग्रेस भी मजबूत है और उसकी जमीन भी है। अब जबकि बीजद और बीजेपी अलग अलग लड़ेंगे तो कांग्रेस को इसका लाभ मिल सकता है।

Akhilesh Akhil

Political Editor

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Akhilesh Akhil

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