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21st February History: अटल जी के कलम रखते ही क्यों गरज उठी बंदूकें ? 21 फरवरी की तारीक और क्यों है खास ?

21st February History | Why else is the date of February 21 special | Highlights

21st February History: 21 फरवरी 1999 को अमन की आस लेके तत्कालीन प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee अपने हम-साया मुल्क Pakistan पहुंचे। पाकिस्तान के लाहौर में बड़ी गरम जोशी के साथ उनका खैर मकदम किया गया। लेकिन आंख को सुकुन देने वाले ये पल बहुत लंबा सुकुन नही दे पाएं। पाकिस्तान ने ऐसी हरकत कर दी की अटल जी के कलम रखते ही बंदुके गरजने लगी।

India Lahore Agreement

आखिर आज से 26 साल पहले भारत और पाकिस्तान के बीच ऐसा क्या हुआ कि आज भी उसे याद किया जाता है। यूं तो भारत Pakistan के बीच बहुत से युद्ध लड़ गए, समझौते किए गए। उनसे कुछ बेहद सफल रहे, तो कुछ का परिणाम कुछ खास रंग नहीं ला पाया। भारत की तरफ से India पाकिस्तान के बीच रिश्तों को सुधारने की बहुत सी कोशिश भी की गईं। इनमें से 21 फरवरी की ये तारिक आज भी याद रखी जाती है। 26 साल पहले 21 फरवरी 1999 की ये तारीख इतिहास में अपनी एक अलग पहचान रखती है। जो भारत के स्वर्णिम इतिहास में भी दर्ज है। भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee और Pakistan के तत्कालीन Prime Minister नवाज शरीफ के बीच 21 फरवरी 1999 को लाहौर समझौते पर हस्ताक्षर करके उसे लागू किया गया। जिसे लाहौर घोषणा के नाम से भी जाना जाता है।

तत्कालीन प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee का पाकिस्तान के लाहौर में जबरदस्त स्वागत किया गया। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य दोनों देश के बीच शांति और दोस्ती को बनाए रखना था। इस समझौते में यह भी कहा गया कि पाकिस्तान और भारत अपने अप्पासी मनमुटाव को आपस में ही सुलझाएंगे खासकर कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं उठाया जाएगा।

सिर्फ इतना ही नही ये तारिक इस लिए भी खास है क्योंकि पाकिस्तान और India के बीच रिश्तों को सुधारने की कोशिश करने वाले और India से Pakistan जाने वाले Atal Bihari Vajpayee भारत के तीसरे Prime Minister बने। लेकिन ये समझौता ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल पाया। पाकिस्तान ने विश्वासघात करते हुए समझौते के सिर्फ 3 महीने बाद 3 मई सन् 1999 में भारत के खिलाफ कारगिल का युद्ध शुरू कर दिया। जिसके बाद इस समझौते को एक तरह से खारिज ही समझा गया।

सिर्फ india lahore agreement ही नहीं कुछ और कारणों से भी याद रखी जाती 21 फरवरी की ये तारीक।

Sania Mirza Won WTA Tittle In 2004

पहली बार किसी चीज़ को करना या कोई किताब हासिल करने का मज़ा अलग ही होता है। आज भले ही महिलाएं हर छेत्र में अपना लोहा मनवा रही हों लेकिन पहली बार जिसने इस मुकाम को हासिल किया होगा उसका उत्साह अलग ही होगा। आज हम भले ही Tennis की कई महिला खिलाड़ियों को जानते हों, जिन्होंने अपने दम पर बहुत से किताब हासिल किए हो। लेकिन आप क्या जानते हैं कि भारत में सबसे पहले किस महिला ने टेनिस में अंतर राष्ट्रीय स्टार का खिताब हासिल किया था और कब। 21 फरवरी 2004 को Sania Mirza ने wta का खिताब अपने नाम किया। वो ऐसा करने वाली भारत की प्रथम महिला Tennis खिलाड़ी बानी। लेकिन शादी के बाद उन्होंने अपने करियर से ब्रेक ले लिया।

Actress Nutan Died In 1999

शादी के बाद अक्सर महिलाएं अपने आप को परिवार के लिए बाहरी दुनिया से अलग कर लेती है, मगर क्या आप भारतीय सिनेमा की पहली married superstar की कहानी जानते है। फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने वाली पहली मिस इंडिया थी मशहूर अभिनेत्री नूतन। जी हां आज से करीब 60 साल पहले actress nutan ने अपनी पहचान शादी के बाद superstar का मुकाम हासिल करने वाली अभिनेत्री के रूप में बनाई। विदेश से अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद जब नूतन वापस इंडिया आई तो उनकी फिल्म सीमा ने बॉक्स ऑफिस पर लोकप्रतिया के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इसी फिल्म के लिए नूतन को पहली बार फिल्मफेयर द्वारा सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

actress nutan को फिल्म Seema, Sujata, Bandini, Milan और Main Tulsi Tere Aangan Ki जैसी फिल्मों के लिए पांच बार फिल्मफेयर द्वारा सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भारतीय सिनेमा में नूतन के अमूल्य योगदान को धयान में रखते हुए साल 1974 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ में भारत सरकार द्वारा साल 2011 में नूतन को सम्मानित करते हुए उनकी तस्वीर वाला एक डाक टिकट भी जारी किया। लेकीन मात्र 54 साल की उम्र में 21 फरवरी साल 1999 में ब्रेस्ट कैंसर के चलते actress nutan ने दुनिया को अलविदा कह दिया।

Actor OM Prakash Died In 1998

सिर्फ एक नहीं 21 फरवरी को भारतीय सिनेमा ने अपने 2 अनमोल सितारों को खोया था। पहली नूतन और दूसरे थे actor om prakash जिनको आज भी फिल्म chupke chupke, sharaabi, howrah bridge, namak halal, buddha mil gaya और pyar kiye ja जैसी सुपरहिट फिल्मों में उनके दमदार अभिनय के लिए जाना जाता है। बॉलीवुड में उस समय की सभी फिल्मों में दादा के किरदार के लिए मेकर्स की पहली पसंद माने जाते थे अभिनेता ओम प्रकाश, लेकिन 21 फरवरी साल 1998 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

Anushka Chaudhary

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