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World Environment Day 2023: वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे” जानिए किस दिन और कहां हुई थी इसकी शुरूआत

World Environment Day: आज प्रदूषण की समस्या से भारत ही नही पूरा विश्व जुझ रहा है. सडको पर डिजल व पैट्रोल के वाहनो की वजह से प्रदूषण ने भारत के बडे बडे शहरों का वातावरण खराब करके रख दिया है. भारत में सबसे ज्यादा वाहनो में पैट्रोल व डीजल का इस्तेमाल किया जाता है. इसके चलते प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है.

“(World Environment Day)वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे” यानी विश्व पर्यावरण दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रकृति को समर्पित एक उत्सव है. पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लक्ष्य से हर साल 5 जून को पूरी दुनिया में विश्व पर्यावरण दिवस(World Environment Day) मनाया जाता है .पर्यावरण के प्रति जागरूकता और राजनीतिक चेतना जागृत (Political consciousness awakened) करने के लिए हर साल यह दिवस मनाया जाता है. एनवायरनमेंट(environment) के प्रति जागरूकता और राजनीतिक चेतना जागृत करने के लिए हर साल वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे(World Environment Day) मनाया जाता है.

विश्व में लगातार बढते प्रदूषण और बढती ग्लोबलर्वामिंग की चिंताओं के चलते विश्व पर्यावरण दिवस की शुरूआत की गई थी. पर्यावरण प्रदूषण की समस्या को लेकर 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर सें वैश्विक स्तर पर पर्यावरण की चिंता करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की नींव रखी गई इसका आगाज स्वीडन (Sweden) की राजधानी स्टॉकहोम (stockholm) में हुआ था. पहली बार पर्यावरण सम्मेलन स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम आयोजित किया गया था, जिसमें 119 देशो नें शिरकत की थी. वही सें हर साल 5 जून को (World Environment Day)विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का संकल्प लिया गया था.

(World Environment Day)विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर देशभर में लगाए जाते है. साल 2021 में 26 विभागो को लगभग 24 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया था. जो पौधे लगाए गए उनमें से लगभग 2.40 लाख पौधे नष्ट हो गए, साल 2022 में विभागो की ओर से पौधारोपण अभियान के दौरान लगभग 25 लाख पौधे लगाए गए. विभागीय आंकडो के मुताबिक इन पौधे में 7 लाख पौधे नष्ट हो गए. पेड पौधे की न तो देखरेख ठीक से हो पाती है न ही सुरक्षा हो पाती है. इस के चलते 30 फीसदी पौधे नष्ट हो गए.

Prachi Chaudhary

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