उत्तर प्रदेशट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबर

Controversial Tweet: SP नेता मौर्य ने कर ट्वीट लिखा- कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलता

सपा के राष्ट्रीय महासचिव बनाये स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा कि वे धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करते रहेंगे। जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलता। उसी तरह वे अपनी आलोचनाओं की परवाह न करके दलितों, पिछड़ों के हक के लिए निरंतर संघर्ष करते रहेंगे।

लखनऊ । सपा विधायक व हाल ही में सपा के राष्ट्रीय महासचिव बनाये स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) की बड़बोलापन जारी है। मौर्य ने एक बार फिर अपनी बदजुबानी व कुंठित सोच का परिचय दिया है।


पिछले कुछ समय से वह हिन्दुओं, सनातन धर्म, हिन्दू संतों व रामचरित मानव को लेकर विवादास्पद टिप्पणी करने के कारण चर्चा में हैं। सपा राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब अपने ट्वीटर पर लिखा है- “कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलता।” इसका सीधा का मतलब है कि उन्होने अपनी आलोचनाओं करने वालों को अप्रत्यक्ष रुप से कुत्ता कहा है।

यह भी पढेंः Bride died: 24 घंटे बाद ही दुल्हन की ससुराल से उठी अर्थी, गीजर की कार्बन मोनोऑक्साइड गैस ने ली जान

सपा के राष्ट्रीय महासचिव बनाये स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा कि वे धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करते रहेंगे। जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलता। उसी तरह वे अपनी आलोचनाओं की परवाह न करके दलितों, पिछड़ों के हक के लिए निरंतर संघर्ष करते रहेंगे।


मौर्य ने रामचरितमानस पर टिप्पणी करने के बाद विवादास्पद ट्वीट किया है। रामचिरत मानस का अपमान करने के मामले में वे माफी मांगने से इंकार कर चुके हैं। मौर्य की इस टिप्पणी का खामियाजा पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को उस समय उठाना पडा था, जब वे लखनऊ में एक कार्यक्रम में शामिल होने गये थे, तब उन्हें हिन्दू संगठनों ने काले झंड़े दिखाकर उनके विरुद्ध प्रदर्शन किया था।


सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य मध्य प्रदेश के छतरपुर के गढा स्थित बागेश्वर धाम के बाबा पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का पाखंडी बता चुके हैं। मौर्य के खिलाफ इस संबंध में लखनऊ में दो मुकदमे भी दर्ज हो चुके हैं। लेकिन इससे बावजूद स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी बेतुकी बयानबाजी से बाज नहीं आ रही है।

editorial

editor

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button