ट्रेंडिंग

पहले सेवा सचिव और अब मुख्य सचिव को हटाने को तैयार केजरीवाल !

Delhi News: सुप्रीम कोर्ट से दिल्ली की चुनी हुई सरकार को मिली ताकत की आजमाइश दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल करते दिख रहे हैं। अब उन्हें लग कि केंद्र सरकार द्वारा थोपे गए अधिकारियों के चंगुल से बाहर निकला जाए और कुछ अलग और नया किया जाये। कहने को केंद्र सरकार भी यही कहती रहती है कि बेहतर अधिकारियों की नियुक्ति जनता को बेहतर लाभ पहुंचाने के लिए ही की जाती है। और यही बात केजरीवाल भी कहते हैं कि दिल्ली की जनता को बेहतर सुविधा पहुंचाना ही उनका मुख्य लक्ष्य है। और इसके लिए अधिकारियों को बदलना जरुरी है।

लेकिन क्या अधिकारी किसी के होते हैं ? क्या वे कुछ करते भी हैं ?

यह ऐसा सवाल जिसके उत्तर आप ढूंढते रहिये ,कभी नहीं मिलेगा। असल खेल तो यही है कि अपनी पसंद नापसंद। नौकरशाह भी इसी के लिए लॉबिंग करते रहते हैं कि उन्हें भी कोई बड़ा पद मिल जाए। फिर दोनों क कल्याण हो !
नौकरशाहों की अपनी दुनिया होती है और उनके अपने दलाल भी होते हैं जिनके जरिये बात राजनेताओं तक पहुंचे जाती है। लाभ हानि की बातें की जाती है। देश भर के नौकरशाहों की यही कहानी है। लेकिन दिल्ली में पिछले कुछ समय से जो होता रहा है उसके पीछे की कहानी कुछ अलग ही रही। यहां मामला दिल्ली सरकार पर नकेल कसने का था। दिल्ली सरकार के भीतर कहानी की पूरी जानकारी केंद्र सरकार को और केंद्र सरकार के आदमी उपराज्यपाल को मिलती रहे इसके लिए यहां नौकरशाहों की नियुक्ति अब तक होती रही।


कह सकते हैं कि इसको लेकर पिछले कई सालों से केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच अधिकारों की लड़ाई चलती रही लेकिन गेंद हमेशा केंद्र के पाले में ही रहा। लेकिन संविधान भी कोई चीज है। और जब सुप्रीम कोर्ट सब कुछ साफ़ -साफ़ रखने को तैयार है

तब भला उसके सामने किसी क्या विसात ?

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों इस मसले पर बड़ा फैसला दिया और प्रशासन की जिम्मेदारी दिल्ली की चुनी हुई सरकार के हवाले कर दिया और यह भी कहा कि दिल्ली सरकार अधिकारीयों की नियुक्ति और तबादला करने को स्वतंत्र है। यह बड़ा फैसला था और इस फैसले का सभी ने स्वागत किया। केजरीवाल सरकार को फैसले के दिन ही लगा अब वह खुली हवा में सांस ले रही है।
अब सीएम केजरीवाल पुरे एक्शन मोड में हैं। पहले सेवा सचिव आशीष मोरे को हटाने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल के पास प्रस्ताव भेजा और अब मुख्य सचिव को ही हटाने के लिए उपराज्यपाल के जरिये केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है। दिल्ली के नौकरशाहों में हलचल है। सब भागे -भागे फिर रहे हैं। कई नौकरशाह तो इतने घबराये हुए हैं कि वे लगातार केजरीवाल और उनके सहयोगी चक्कर लगा रहे हैं। कह रहे हैं माई बाप बचा लीजिये।

दिल्ली के मुख्य सचिव है नरेश कुमार।

कहा जाता ही कि ये शाह के खास आदमी हैं। लेकिन नरेश कुमार खुद को ऐसा नहीं मानते। लेकिन केजरीवाल उनसे खुश नहीं हैं। वे चाहते हैं कि उनकी पसंद के आदमी पीके गुप्ता को मुख्य सचिव बनाया जाय। इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजा गया है। गुप्ता जी 89 बच के अधिकारी हैं और मौजूदा समय में एसीएस हैं।
कहा जा रहा है कि केजरीवाल के निशाने पर दर्जन भर से ज्यादा अधिकारी हैं। वे चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले इन सभी अधिकारियों को हटाकर मन मुताबिक अधिकारी तैनात किया जाए ताकि विकास का काम तेजी से बढ़े और जनता को लाभ हो।

editorial

editor

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button