ट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबरराज्य-शहर

चिता के बाद अब भारत आ रहे हैं कोलंबिया से 60 खतरनाक दरियाई घोड़े!

Colombia proposes shipping invasive hippos to India - News Watch India

India News! पिछले साल नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से भारत में चीते लाये गए थे। अब भारत में 60 दरियाई घोड़े आने की प्रतीक्षा की जा रही है। ये दरियाई घोड़े कोलंबिया से आने वाले हैं। कोलंबिया में ये दरियाई घोड़े सिरदर्द बने हुए हैं। अब भारत में इसे स्थान्तरित करने की तयारी चल रही है। इन दरियाई घोड़े को कोलंबिया में कोकीन हिप्पो के नाम से जाना जाता है।

बता दें कि कुख्यात मादक तस्कर पाब्लो एस्कोबार के निजी चिड़ियाघर में ये दरियाई घोड़े काफी फ़ैल चुके हैं। इनकी आबादी 130 से ज्यादा हो गई है। कोलंबिया सरकार करीब 70 दरियाई घोड़े को बाहर भेजने की तैयारी में है। खबर के मुताबिक इनमे से 60 दरियाई घोड़े भारत को सौपे जायेंगे जबकि दस घोड़े मेक्सिको भेजे जायेंगे। ये दरियाई घोड़े एयरलिफ्ट के जरिये भारत लाये जायेंगे और इसके खर्च भी कोलंबिया सरकार ही उठाएगी।

जानकारी के मुताबिक भारत आने वाले इन दरियाई घोड़े को गुजरात के जामनगर के ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एन्ड रेहाबिलेशन किंगडम में रखा जाएगा। कहा जा रहा है कि कोलंबिया के ये दरियाई घोड़े काफी खतरनाक हैं और कोलंबिया सरकर ने इन कोकीन हिप्पो को पिछले साल हमलावर प्रजाति घोषित किया था। इसके बाद ही कोलंबिया सरकार इन्हे बाहर भेजने की तैयरी कर रही थी। कोलंबिया के अधिकारीयों ने कहा है कि इन हिप्पो को इनके मूल स्थान अफ्रीका भेजना संभव नहीं है क्योंकि वहाँ के इकोसिस्टम में इन्हे परेशानी हो सकती है।

बता दें कि मादक तस्कर पाब्लो ने अस्सी के दशक में दक्षिण अफ्रीका से चार हिप्पो अपने चिड़ियाघर में लाया था। पाब्लो के कारोबार को देखते हुए ही इन हिप्पो को कोकीन हिप्पो कहा जाने लगा। हलाकि पाब्लो की मौत 1993 में ही हो गई लेकिन उसके बाद इन हिप्पो की आबादी काफी बढ़ती चली गई। जानकारों का कहना है कि इस हिप्पो की आबादी तेजी से बढ़ती है। आठ साल में ही इसकी आबादी 400 तक हो सकती है।

कोलंबिया के आधिकारिक सूत्रों ने कहा है कि इन दरियाई घोड़े को लोहे के बड़े कंटेनर रखकर पहले ट्रक के जरिये यहाँ से 150 किलोमीटर दूर रियोनीग्रो शहर के हवाई अड्डे तक भेजा जायेगा फिर वहां से भारत और मेक्सिको भेजा जाएगा। अब जल्द ही यह भारत पहुँच जायेंगे।

Akhilesh Akhil

Political Editor

Show More

Akhilesh Akhil

Political Editor

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button