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आखिर बांग्लादेश में सड़कों पर क्यों खेला जा रहा खूनी खेल?

Bangladesh Protest: बांग्लादेश इस समय जल रहा है, सड़को पर इस खूनी संघर्ष चल रहा है। ये हिंसा शनिवार को उस भड़की जब सत्ताधारी पार्टी आवामी लीग के कार्यकर्ता और विरोधी पार्टी बीएनपी के समर्थक एक रैली के दौरान आमने-सामने आ गए।इस हिंसा से शेख हसीना सरकार पर भी सवाल उठ रहे है, लेकिन इस हिंसा का मकसद क्या शेख हसीना सरकार को हटाना है।


दरअसल, आपको बता दें कि बांग्लादेश में शनिवार को हिंसक झड़प हुई। सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता और विपक्षी पार्टी बीएनपी के कार्य़कर्ता आमने सामने आ गए। जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत भी हो गई है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए है।.इसके साथ ही बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस्तीफे की मांग तेज हो गई है।बताया जा रहा है की शनिवार को देश के मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और सत्तारूढ़ अवामी लीग की रैलियों के दौरान हिंसा भड़की। पूर्व PM खालिदा जिया की अगुवाई वाली पार्टी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस्तीफे की मांग की और विरोध में एक बड़ी रैली निकाली। विपक्षी नेताओं का कहना है कि देश में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा देना जरूरी है। रिपोर्ठ के मुताबिक बीएनपी कार्यकर्ताओं ने धारदार हथियार से पुलिसकर्मी पर हमला किया, जिसमें की पुलिसकर्मी की मौत हो गई।हिंसा में 40 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं। जिनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
बताया जा रहा है कि अवामी लीग और बीएनपी ने आसपास के क्षेत्रों में रैलियां निकाली थी।पुलिस ने बीएनपी की रैली को खत्म करने के लिए रबड़ की गोलियां और आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद बीएनपी के नेताओं और समर्थकों ने सरकारी प्रतिष्ठानों और संपत्तियों पर हमला बोल दिया।दूसरी ओर से पीएम शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने भी अपने हजारों समर्थकों को इकट्ठा करते हुए ढाका के बैतूल मोकर्राम नेशन मस्जिद के दक्षिण द्वार पर एक शांति रैली निकाली…बता दें कि जिस समय अवामी लीग की रैली निकल रही थी उसी समय बीएनपी कार्यकर्ता भी प्रदर्शन कर रहे थे।


बांग्लादेश में सियासी पारा हाई है, विपक्ष के नेता लगातार इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इसलिए बांग्लादेश के मुख्य विपक्षी दल बीएनपी के नेता मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी नेताओं ने बांग्लादेश में 3 दिन के लिए राष्ट्रव्यापी बंद बुलाया है।जिसको देखते हुए सरकार अलर्ट मोड में आ चुकी है। सरकार ने अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया है। इसके अलावा पुलिस विभाग और अन्य एजेंसियों की सुरक्षा चौकसी बढ़ाने के लिए कहा है।इसको लेकर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने बताया कि देशभर में जवानों को तैनात किया है और सैकड़ों अर्द्धसैनिक बल के जवान राष्ट्रीय राजधानी ढाका में गश्त पर होंगे। इसके साथ ही BGB प्रवक्ता ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने और प्रमुख राजमार्गों की सुरक्षा के लिए देशभर में बड़ी संख्या में बीजीबी प्लाटून भेजे गए हैं, जबकि शहरों में एंटी रैपिड एक्शन बटालियन के प्रमुख मार्गों पर हाई अलर्ट पर रहेंगे
बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने कानून व्यवस्था को देखते हुए कोर कमेटी की बैठक बुलाई।ताकि हालात पर जल्दी से जल्दी काबू पाया जा सके, सरकार ने अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दे दिए हैं। बहरहाल ये देखने में सिर्फ एक हिंसा नहीं बल्कि एक साजिश लगती है।लेकिन यहां सवाल ये उठता है की आखिर इतनी बड़ी हिंसा भड़की क्यों और अगर हिंसा हुई तो इसका मुख्य चेहरा कौन है। सवाल तो बहुत है, क्योंकि ये कोई छोटी मोटी घटना नहीं है…इसमें 200 से अधिक लोग घायल हुए है। बकि एक पुलिसकर्मी की मौत भी हुई है।अब देखना ये अहम होगा की आखिर ये संग्राम हुआ क्यों।

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