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तिरंगे के रंग में सजीं सरकारी इमारतें, श्रीनगर के घंटाघर पर शान से फहराया तिरंगा !

Republic Day 26th January: गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर देशभर की सरकारी बिल्डिंगों को तिरंगे के रंग में सजाया गया। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सरकारी इमारतें तिरंगे की रोशनी में जगमगाती नजर आई। एक वक्त था जब कश्मीर का लाल चौक आतंक के साए में होता था, लेकिन आज यहां का नजारा देखते ही बन रहा है। श्रीनगर का घंटाघर तिरंगे के रंग में नहाया हुआ है और यहां का नजारा इतना खूबसूरत दिखा कि लोग सेल्फी लेने पहुंचे।वहीं 26 जनवरी के जश्न की ऐसी ही मनमोहक तस्वीरें राजधानी दिल्ली से भी सामने आई। शहीद जवानों और भारत के अतुल्य पराक्रम को दर्शाता इंडिया गेट तिरंगे की रोशनी में जगमगाता हुआ बेहद खूबसूरत नजर आया। हीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व यानी 26 जनवरी की रौनक देखते ही बनी। यहां छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल पर इतनी सुंदर सजावट की गई कि सेल्फी लेने वालों का तांता लग गया। इसी तरह दक्षिण भारत का राज्य आंध्र प्रदेश भी 26 जनवरी के जश्न में डूबा दिखा। अमरावती में मुख्यमंत्री कार्यालय को केसरिया, सफेद और हरे रंग की रोशनी में रंग दिया गया।


राजधानी दिल्ली (Delhi) में कर्तव्यपथ पर देश की आन-बान-शान का प्रदर्शन हो रहा है। दिल्ली में आज मेट्रो, ऑटो, बस से लेकर ट्रैपिक में कई बदलाव किए गए हैं। कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह देखने जाने वालों के लिए दिल्ली मेट्रो ने विशेष इंतजाम किए गए। सुबह 4 बजे से ही दिल्ली मेट्रो की सभी लाइनों पर ट्रेन चल रही है। सुबह 6 बजे तक ये ट्रेन आधे घंटे के अंतराल पर चलाई गई…सुबह 6 बजे के बाद मेट्रो तय समय के अनुसार चल रही है। परेड के दौरान केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि राम मंदिर का निर्माण लोगों के विश्वास की अभिव्यक्ति है। 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को भी याद किया। 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने राम मंदिर का जिक्र किया साथ ही कर्पूरी ठाकुर को भी श्रद्धांजलि दी। राम मंदिर के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि उचित न्यायिक प्रक्रिया और देश की सर्वोच्च अदालत के फैसले के बाद मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। यह लोगों के विश्वास की अभिव्यक्ति के साथ-साथ न्यायिक प्रक्रिया में लोगों के भारी विश्वास का प्रमाण भी है।


जननायक कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि वह पिछड़े वर्गों के सबसे महान पक्षकारों में से एक थे, जिन्होंने अपना सारा जीवन उनके कल्याण के लिए समर्पित कर दिया था। उनका जीवन एक संदेश था।

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