Live UpdateSliderचुनावट्रेंडिंगराजनीति

PM Modi’s Firozpur Convoy: बीजेपी नेता रवनीत बिट्टू ने कहा फिरोजपुर में पीएम मोदी के काफिला रोकने में कांग्रेस का हाथ !

PM Modi’s Firozpur Convoy: 2022 में पीएम मोदी के काफिले को फिरोजपुर में रोक दिया गया था और फिर पीएम मोदी को लौटना पड़ा था। इसके बाद सुरक्षा में चुकी की बात हो केकर देश के भीतर बड़ा बवाल मचा था। इस घटना के दो साल हो गए हैं। अब जाकर इस घटना के बारे में बीजेपी नेता रवनीत बिट्टू ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि इस घटना के पीछे कांग्रेस का हाथ था और उसी के इशारे पर यह सब किया गया था। बता दें कि बिट्टू पहले कांग्रेस के सांसद थे जो हाल में ही बीजेपी के साथ चले गए हैं। कई जानकार अब यह कह रहे हैं कि पार्टी बदलने के बाद बिट्टू के इस दावे में चुनावी माहौल को ख़राब करने की कोशिश है। और यह कोशिश पंजाब में बीजेपी के प्रति सहानुभूति बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।

हालांकि बिट्टू ने दावा किया है कि पांच फरवरी 2022 को फिरोजपुर के प्यारे आणा गांव के पास पीएम मोदी के काफिले के रुकवाना पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की शरारत थी। उनके इशारे पर ही यह सब किया गया। उनके इशारे पर ही कुछ लोग धरना देने सड़क पर चले गए थे फिर पीएम मोदी के काफिले को लौटना पड़ा। बिट्टू ने यह खुलासा एक निजी चैनल पर किया है। माना जा रहा है कि चुनाव के इस दौर में बिट्टू के खुलासे से पूर्व सीएम चन्नी की मुश्किलें बढ़ सकती है। याद रहे चन्नी हमेशा पीएम की सुरक्षा में चूक को नकारते रहे हैं।

Also Read: Latest Political News | News Watch India

बिट्टू आगे बढ़कर कई बातो का भी खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि अगर उस दिन पीएम मोदी को नहीं रोका जाता तो हिमाचल की तरह ही पंजाब को बॉर्डर स्टेट के नाते इंडस्ट्री में छूट मिलने की सम्भावना थी। पीएम मंडी गोविंदगढ़ को इंडिया का स्टील हैब बनाना चाहते थे। मोहाली में आईटी हब बंनाने की तैयारी थी। लेकिन चन्नी की वजह से पंजाब को हानि हो गई।

बता दें कि पांच फरवरी 2022 को पीएम मोदी फिरोजपुर में रैली करने जा रहे थे। इसी दौरान फिरोजपुर से पहले ही कुछ लोग सड़क पर धरना करने पहुँच गए। रास्ता को रोक दिया गया। फिर मोदी की सुरक्षा में चूक मानकर उन्हें वापस लौटना पड़ा। बाद में भटिंडा एयरपोर्ट पर मोदी ने कहा कि अपने सीएम को धन्यवाद कहना कि जिन्दा लौट आया। गृह मंत्रालय ने इस मामले पर पंजाब सरकार से रिपोर्ट मांगी थी और मामला सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया था।

इस घटना के बाद पूर्व सीएम चन्नी ने कहा था कि सुरक्षा में कोई चूक नहीं थी। मोदी की जान को खतरा बताकर पंजाब की सरकार को गिराने की कोशिश की गई थी। चन्नी ने कहा कि धरना दे वराहे लोग पीएम मोदी के रास्ते से एक किलोमीटर दूर थे फिर जान को खतरा कैसे हो सकता था। वहां तो पीएम का काफिला रुका और कोई नारा भी नहीं लगया था। फिर जान का खतरा कैसे हो सकता था।

Akhilesh Akhil

Political Editor

Show More

Akhilesh Akhil

Political Editor

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button